शिवमोग्गा (कर्नाटक), 3 सितम्बर : राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने शनिवार को कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा प्रमुख लिंगायत संत डॉ शिवमूर्ति मुरुघ शरणारू से जुड़े बलात्कार के मामले की जांच में हस्तक्षेप नहीं करेगी. उन्होंने कहा, "पुलिस कानून की आवश्यकताओं के अनुसार काम कर रही है. वे अदालत के निर्देशों का पालन कर रहे हैं. मुरुघा साधु से जुड़ा मामला विचाराधीन है. इसके बारे में ज्यादा बात नहीं करेंगे."
उन्होंने कहा कि चित्रदुर्ग के मुरुघा मठ को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान की गई है, उन्होंने कहा कि कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) के सात दल परिसर में तैनात किए गए हैं. सत्तारूढ़ भाजपा पर आरोप लगाया गया था कि वह पुलिस सहित व्यवस्था पर नाबालिगों के बलात्कार के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू नहीं करने का दबाव बना रही है. एफआईआर दर्ज होने के छठे दिन कार्रवाई शुरू की गई थी. यह भी पढ़ें : Delhi Railway Station New Model: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का नया मॉडल आया सामने, देखकर लगेगा भारत नहीं दुबई में हैं आप
यह मानते हुए कि पोक्सो मामले में आरोपी को गिरफ्तार करना या न करना जांचकर्ताओं का विशेषाधिकार है, पुलिस ने न तो नोटिस जारी किया और न ही संत से पूछताछ करने की जहमत उठाई. घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए, अदालत ने शुक्रवार को अभियोजन पक्ष से पूछताछ की और आरोपी संत को पुलिस हिरासत में सौंपने से पहले उसे कोई तरजीह नहीं देने के निर्देश दिए.