नई दिल्ली: उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में 29 जनवरी से बारिश होने की संभावना है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, यह बारिश दो पश्चिमी विक्षोभों (Western Disturbances) के कारण होगी, जो 29 जनवरी से 1 फरवरी के बीच पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करेंगे.
जनवरी की खिली धूप से बढ़ा तापमान, क्या खत्म हो गई ठंड? या फिर गिरेगा पारा.
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में इन दिनों दिन का तापमान सामान्य से 1.6 से 6.4 डिग्री सेल्सियस तक अधिक बना हुआ है. कुछ इलाकों में यह अंतर और भी ज्यादा है. मौसम विभाग के मुताबिक, साफ आसमान और कम प्रदूषण स्तर के चलते सूर्य की किरणें सीधा धरातल तक पहुंच रही हैं, जिससे तापमान बढ़ा हुआ है.
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
IMD ने बताया है कि 29 जनवरी से 2 फरवरी के बीच पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी और बारिश होने की संभावना है. साथ ही, 30 जनवरी से 1 फरवरी के बीच उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भी हल्की बारिश हो सकती है. उत्तर भारत में हल्की बारिश से ठंड बढ़ने की संभावना तो नहीं है, लेकिन सर्दी का एहसास बना रहेगा.
स्कायमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा, “पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर पश्चिम भारत में हल्की बारिश हो सकती है. हालांकि, इसके बाद तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं होगी, केवल मामूली गिरावट देखने को मिलेगी.”
दक्षिण भारत में भी बारिश का पूर्वानुमान
दक्षिण भारत में पूर्वोत्तर मानसून की बारिश 29 जनवरी से समाप्त हो गई है. हालांकि, एक पूर्वी लहर (Easterly Wave) के प्रभाव से तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में 30 जनवरी से 1 फरवरी के बीच हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. केरल और माहे में 31 जनवरी को भारी बारिश की संभावना है.













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