लोकसभा चुनाव में सेना के राजनीतिक इस्तेमाल को लेकर पूर्व सैन्य अधिकारियों द्वारा बीजेपी के खिलाफ कथित तौर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) को पत्र लिखे जाने की खबरों पर विवाद बढ़ता जा रहा है. एयर मार्शल एनसी सूरी (Air Chief Marshal NC Suri) और पूर्व जनरल एसएफ रोड्रिग्स (General SF Rodrigues) ने ऐसे किसी भी तरह के पत्र पर साइन करने से इनकार किया है. पूर्व आर्मी चीफ रॉड्रिग्स ने कहा, 'मैं नहीं जानता कि यह सब क्या है. मैं अपनी पूरी जिंदगी राजनीति से दूर रहा हूं.
पूर्व आर्मी चीफ रॉड्रिग्स ने कहा "मैने हमेशा भारत को प्रथम रखा है. मैं नहीं जानता कि यह कौन फैला रहा है. यह फेक न्यूज का क्लासिक उदाहरण है." एस.एफ रॉड्रिग्स ने ऐसी किसी चिट्ठी के बारे में जानकारी से ही इनकार किया है. पूर्व आर्मी चीफ रॉड्रिग्स ने कहा "हमने सेवाओं में हमेशा वही किया है जो सत्ता में सरकार ने हमें आदेश दिया है."
General SF Rodrigues: We in the services have always done what the Govt in power ordered us, we are an instrument of the state.We are apolitical. Anyone can say anything and then sell it as fake news, I don't know who this gentleman is who wrote this(purported letter to Pres) pic.twitter.com/InUUEDHyhO
— ANI (@ANI) April 12, 2019
#WATCH Goa: General SF Rodrigues who is mentioned as the first signatory in the purported letter written by armed forces veterans to President, denies signing it. pic.twitter.com/h1PNBCV909
— ANI (@ANI) April 12, 2019
एयर चीफ मार्शल एनसी सूरी ने कहा, "यह एडमिरल रामदास की ओर से लिखा लेटर नहीं है. इसे किसी मेजर चौधरी ने लिखा है. उन्होंने इसे लिखा है और यह वॉट्सऐप और ईमेल किया जा रहा है. ऐसे किसी भी पत्र के लिए मेरी सहमति नहीं ली गई थी. इस चिट्ठी में जो कुछ भी लिखा है, मैं उससे सहमत नहीं हूं. हमारी राय को गलत ढंग से पेश किया गया है."
Air Chief Marshal NC Suri to ANI: This is not Admiral Ramdas’ letter (purported letter written by armed forces veterans to President) & it has been done by some Major Chaudhary. He has written this & it was coming on WhatsApp & emails. 1/2 pic.twitter.com/hWeg3apB4M
— ANI (@ANI) April 12, 2019
पूर्व आर्मी वाइस चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमएल नायडू ने भी इस तरह के किसी पत्र पर साइन न करने की बात कही. उन्होंने कहा कि "इस तरह के किसी भी पत्र के लिए मेरी सहमति नहीं ली गई है और न ही मैंने ऐसा कोई पत्र लिखा है." वहीं मेजर जनरल हर्षा कक्कड़ (Major General Harsha Kakkar) ने कहा कि हां, "मैंने पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए अपनी सहमति दी थी. मैंने पत्र के बारे में जानने के बाद ही अपनी सहमति दी थी."
Major General Harsha Kakkar (who is 31st on the list of armed forces veterans who purportedly wrote letter to President): Yes, I had given my consent for being a signatory to the letter. I had given my consent only after knowing the contents of it. (file pic) pic.twitter.com/o8rqGfqyAp
— ANI (@ANI) April 12, 2019
गौरतलब है कि शुक्रवार को मीडिया में खबरें आई थी कि पूर्व सैन्य अधिकारियों की ओर से राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर सेना को लेकर राजनीति करने का आरोप लागाया है. तीनों सेनाओं के 8 पूर्व प्रमुखों सहित 150 से अधिक पूर्व सैन्य अधिकारियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) को चिट्ठी लिखी है. राष्ट्रपति के साथ-साथ ये चिट्ठी चुनाव आयोग को भी भेजी गई है. इस चिट्ठी में सत्ताधारी बीजेपी (BJP) पर सेना के ऑपरेशनों का श्रेय लेने ला आरोप लगाया गया है.