चुनाव प्रचार के दौरान सेना और सैनिकों की वर्दी का इस्तेमाल करने पर कई सैन्य अधिकारियों ने आपत्ति जताई है. इस बाबत तीनों सेनाओं के 8 पूर्व प्रमुखों सहित 150 से अधिक पूर्व सैन्य अधिकारियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी लिखने वालों में पूर्व वायुसेना प्रमुख भी शामिल हैं, राष्ट्रपति के साथ-साथ ये चिट्ठी चुनाव आयोग को भी भेजी गई है. इस चिट्ठी में सत्ताधारी बीजेपी (BJP) पर सेना के ऑपरेशनों का श्रेय लेने ला आरोप लगाया गया है.
गुरुवार को सार्वजनिक हुई इस चिट्ठी में राष्ट्रपति से राजनीतिक दलों के सेना के राजनीतिक इस्तेमाल रोकने के लिए कदम उठाने की अपील की गई है. पूर्व सैन्य अधिकारियों का कहना है कि सेना के ऊपर किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए. राष्ट्रपति और चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखने वालों में कुल 156 पूर्व सैनिक शामिल हैं.
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बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में भारतीय सेना को 'मोदी जी की सेना' कहकर संबोधित किया था. इसके अलावा दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी भी एक रैली में सेना की वर्दी में नजर आए थे. जिसके बाद विपक्ष ने इस मुद्दे पर बीजेपी को खूब खरी-खरी सुनाई थी. महाराष्ट्र के लातूर की रैली में पीएम मोदी ने भी कहा था कि 'अपने मत उन बहादुर लोगों को समर्पित करें, जिन्होंने पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमले को अंजाम दिया'. पीएम के इस बयान पर भी खूब बवाल मचा.