पाकिस्तानी गोलीबारी में पुंछ में तैनात लांस नायक दिनेश कुमार शहीद, स्थानीय लोगों की जान बचाने के दौरान दिया बलिदान
Lance Naik Dinesh Kumar | X/@GSVKapoor

श्रीनगर: 7 मई 2025 को, जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन करते हुए की गई भारी गोलाबारी में भारतीय सेना के लांस नायक दिनेश कुमार शहीद हो गए. यह हमला ऑपरेशन सिंदूर के अगले ही दिन हुआ, जिसमें भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की थी. लांस नायक दिनेश कुमार ने स्थानीय लोगों की जान बचाने के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया.

कल पाकिस्तान के निशाने पर थे भारत के 15 शहर, मिसाइलें भी दागी, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने किया कमाल.

भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने लांस नायक दिनेश कुमार की शहादत को सलाम करते हुए कहा, “भारतीय सेना उनके सर्वोच्च बलिदान को नमन करती है. उन्होंने देश की रक्षा में अपने प्राण न्यौछावर किए हैं.” साथ ही सेना ने उन निर्दोष नागरिकों के प्रति भी सहानुभूति जताई जो पाकिस्तान की अंधाधुंध गोलाबारी का शिकार हुए.

घर में पसरा मातम, पत्नी और माता-पिता बदहवास

शहीद दिनेश कुमार के घर की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं. पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है, माता-पिता गम में डूबे हैं और पूरा गांव उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ा. वह अपने पीछे पत्नी, दो छोटे बच्चों, माता-पिता और भाई-बहनों को छोड़ गए हैं.

भाई ने बताया आखिरी फोन कॉल का दर्दनाक अनुभव

दिनेश कुमार के भाई कपिल ने ANI को बताया, “सुबह 4 बजे उनके नंबर से फोन आया, लेकिन जब 8 बजे वापस कॉल किया तो उनके सीनियर ने बताया कि वे गंभीर हालत में हैं और सर्जरी चल रही है. कुछ देर बाद कहा गया कि वे स्थिर हैं, लेकिन जब फील्ड अस्पताल में कॉल किया तो पता चला कि भाई शहीद हो चुके हैं.”

व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने दी पुष्टि

सेना की व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने सोशल मीडिया पर लिखा, “5 फील्ड रेजिमेंट के लांस नायक दिनेश कुमार ने 7 मई को पाकिस्तान की गोलाबारी में सर्वोच्च बलिदान दिया. हम उनके शौर्य और बलिदान को सलाम करते हैं.”

इस शहादत के बाद भारत ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि वह युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अपने नागरिकों और सैनिकों पर हमला बर्दाश्त नहीं करेगा. एलओसी पर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है और आगे भी दिया जाएगा.

लांस नायक दिनेश कुमार उन लाखों सैनिकों की मिसाल हैं, जो हर दिन देश की सीमाओं पर खड़े रहकर हमें सुरक्षित रखते हैं. उनकी शहादत को भारत कभी नहीं भूलेगा.

img