लखनऊ: लखीमपुर खीरी में हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) के बाद पूरे यूपी में इस वक्त भूचाल आ गया है. विपक्षी नेता लखीमपुर जाकर किसानों से मिलना चाहते हैं लेकिन प्रशासन ऐसा होने नहीं दे रहा है. पूरे मामले में अब पुलिस ने प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) के बाद समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को भी हिरासत में ले लिया है. अखिलेश यादव लखनऊ में सड़क पर धरना देने बैठ गए थे. अखिलेश यादव ने कहा, 'सरकार नहीं चाहती कि कोई राजनीतिक नेता वहां जाए. सरकार क्या छिपा रही है?' लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के परीजनों से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने किया गिरफ्तार, श्रीनिवास बीवी ने ट्विट कर कही ये बात.
अखिलेश यादव ने कहा, "यह सरकार किसानों पर जिस तरह का अत्याचार कर रही है, उस तरह के अत्याचार अंग्रेज भी नहीं करते. गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा और डिप्टी सीएम (केशव प्रसाद मौर्य) को इस्तीफा दे देना चाहिए. मरने वाले किसानों के परिजनों को दो करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी दी जाए."
हिरासत में अखिलेश यादव
#WATCH | Lucknow: Police take Samajwadi Party president Akhilesh Yadav into custody outside his residence where he staged a sit-in protest after being stopped from going to Lakhimpur Kheri where 8 people died in violence yesterday pic.twitter.com/VYk12Qt87H
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2021
वहीं यूपी सरकार ने पंजाब और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों को राज्य की राजधानी में नहीं आने को कहा गया है. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार की हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों से मिलने लखीमपुर खीरी जाने वाले थे.
लखनऊ एयरपोर्ट अधिकारियों को लिखे पत्र में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा है कि लखीमपुर खीरी में धारा 144 लागू कर दी गई है और स्थिति को देखते हुए नेताओं को जिले में जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. इससे पहले, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के हरगांव में रोक दिया गया, जब वह लखीमपुर खीरी जा रही थीं.
खीमपुर खीरी में हिंसा पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा, "किसानों के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया है, वह उनकी मानसिकता को दर्शाता है. यह दर्शाता है कि अगर आप उनके खिलाफ खड़े हुए तो आपको कुचल दिया जाएगा." उन्होंने कहा, लोगों को लखीमपुर खीरी जाने से क्यों रोका जा रहा है? लखीमपुर खीरी में धारा 144 लागू कर दी गई है तो लखनऊ में किसी को उतरने की अनुमति क्यों नहीं है? क्या अब यूपी में लोगों के अधिकार नहीं हैं? क्या यूपी जाने के लिए वीजा की जरूरत है?
बता दें कि रविवार को हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या 9 तक पहुंच गई है और उत्तर पुलिस ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा और 15 अन्य के खिलाफ हत्या और हिंसा भड़काने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है.