कोलकाता: 9 अगस्त 2024 को कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय एक ट्रेनी महिला डॉक्टर की हत्या और बलात्कार की घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया. इस दर्दनाक घटना के बाद पीड़िता के पिता ने अपने दुख और निराशा को साझा करते हुए बताया कि कैसे उनकी बेटी के सपनों को एक ही रात में चकनाचूर कर दिया गया. पीड़िता के पिता ने बताया कि उनकी बेटी का सपना था एक डॉक्टर बनने का था. वह हमेशा पढ़ाई में डूबी रहती थी और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने के लिए उसने कठिन परिश्रम किया.
पिता टेलर के तौर पर काम करते हैं और बड़ी मुश्किल से उन्होंने रकम जुटाकर बेटी को पढ़ाया लिखाया. यह महिला डॉक्टर अपने माता-पिता की उम्मीदों की किरण थी. "हमने उसे डॉक्टर बनने के लिए भेजा था, लेकिन हमें उसकी लाश मिली. पिता ने रुंधे हुए गले से कहा, हमारे सारे सपने एक रात में टूट गए.
पिता ने दर्द भरे शब्दों में कहा, "वह मुझसे कहती थी, 'पापा, डॉक्टर बनना अच्छा है, दूसरों की मदद करने का मौका मिलता है.' और मैंने उससे कहा, 'ठीक है, तुम यह करो. हम तुम्हारा साथ देंगे.' लेकिन देखो, क्या हुआ."
बेटी के लिए न्याय की आस
इस दर्दनाक घटना के बाद, पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी बेटी ने मेडिकल कॉलेज में दाखिला पाने के लिए बहुत संघर्ष किया था. घटना के बाद, पुलिस ने संजय रॉय नामक एक आरोपी को इस मामले में गिरफ्तार किया. इसके बाद मामले को कोलकाता हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंप दिया, ताकि पीड़िता के परिवार को न्याय मिल सके. पीड़िता के पिता ने कहा, "मेरी बेटी अब वापस नहीं आएगी. मैं उसकी आवाज़ या हंसी कभी नहीं सुन पाऊंगा. अब मेरे पास सिर्फ एक ही काम बचा है – उसे न्याय दिलाना."
देशभर में आक्रोश
इस जघन्य अपराध के बाद, डॉक्टरों और चिकित्सा समुदाय में भारी आक्रोश फैल गया है. देशभर में विरोध प्रदर्शन और हड़तालें हो रही हैं. इस दर्दनाक घटना ने समाज को झकझोर कर रख दिया है और हर किसी के दिल में न्याय की उम्मीद है.