Kerala: यूएई से भारत लौट व्यक्ति में एमपॉक्स के लक्षण होने का संदेह, निगरानी में रखा गया
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से आए 38 वर्षीय व्यक्ति को एमपॉक्स के संदेह में निगरानी में रखा गया है. केरल के एडवाना का यह व्यक्ति पिछले सप्ताह यूएई से आया था.
मलप्पुरम, 17 सितम्बर : संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से आए 38 वर्षीय व्यक्ति को एमपॉक्स के संदेह में निगरानी में रखा गया है. केरल के एडवाना का यह व्यक्ति पिछले सप्ताह यूएई से आया था. कुछ दिनों बाद व्यक्ति के शरीर पर चकत्ते बन गए और उसे बुखार भी हो गया. व्यक्ति को सोमवार को मंजेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसे आइसोलेट कर दिया गया है.
अब व्यक्ति के नमूने जांच के लिए कोझिकोड मेडिकल कॉलेज भेजे गए हैं. जांच रिपोर्ट का इंतजार है. मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि व्यक्ति का बुखार कम हो गया है. स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि व्यक्ति को आइसोलेट कर दिया गया है.हम संदिग्ध एमपॉक्स मामले के नमूने की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. वीना जॉर्ज, मलप्पुरम में अधिकारियों के समन्वय की देखरेख कर रही हैं, क्योंकि जिले के एक 23 वर्षीय छात्र की पिछले सोमवार को मौत हो गई थी. अभी कुछ दिन पहले ही उसके नमूने में निपाह वायरस की पुष्टि हुई थी. यह भी पढ़ें : न्यायालय ने पत्रकार सिद्दीकी कप्पन की याचिका पर उप्र सरकार से जवाब मांगा
वीना जॉर्ज ने कहा, "निपाह वायरस से मरने वाले छात्र के 175 संपर्कों की पहचान की गई है. 13 नमूनों की जांच नेगेटिव आई है. 26 लोग सबसे ज्यादा जोखिम वाली श्रेणी में हैं. इस श्रेणी के लिए 7 से 9 दिन महत्वपूर्ण हैं और उन सभी पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. अभी तक, चिंता की कोई बात नहीं है. एक सर्वे चल रहा है और मृतक की कॉल डिटेल के आधार पर रूट मैप तैयार है और सभी चीज़ों पर कड़ी नजर रखी जा रही है."उन्होंने कहा, "जॉर्ज ने कहा, "इन्क्यूबेशन (संक्रमण) की अवधि 21 दिन है, लेकिन केरल में हमने अधिक सावधानी बरती है और इसे दोगुना कर दिया है."