Kerala: आरएसएस, एसडीपीआई के बीच संभावित झड़पों की खुफिया रिपोर्ट पर कन्नूर में हाई अलर्ट
Tamil Nadu Police

तिरुवनंतपुरम, 11 सितंबर : केरल के कन्नूर में आरएसएस और एसडीपीआई कार्यकर्ताओं के बीच संभावित झड़पों की खुफिया रिपोर्ट के बाद पुलिस हाई अलर्ट पर है. केरल का कन्नूर जिला राजनीतिक रूप से अस्थिर माना जाता है. खुफिया रिपोर्ट के बाद यहां तनाव है. हाल ही में मट्टनूर के चावससेरी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता सुदीश के आवास के सामने एक बम विस्फोट हुआ. घटना गुरुवार रात की है. पुलिस ने कहा कि यह कुछ हफ्ते पहले सोशल डेमोकेट्रिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यालय के पास फेंके गए बम की जवाबी कार्रवाई हो सकती है. इस मामले में सुदीश को आरोपी बनाया गया है.

राज्य की खुफिया एजेंसी ने हिंसा होने की संभावना की सूचना दी है और पुलिस को किसी भी घटना के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, माकपा के राज्य सचिव एम.वी. गोविंदन, विधान सभा के मौजूदा अध्यक्ष ए.एन. शमसीर और माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य और पूर्व गृह मंत्री कोडियेरी बालकृष्णन सभी इसी जिले से हैं. हाल ही में कन्नूर जिले में राजनीतिक कार्यकर्ताओं की क्रूरता से हत्या की गई. जिसके चलते आरएसएस और एसडीपीआई कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए. यह भी पढ़ें : राजस्थान में सरकारी विद्यालयों के भवनों को ट्रेन, हवाई जहाज, बस के आकार में आकर्षक बनाया गया

आरएसएस के कन्नूर जिले के नेता अश्विनी कुमार की 10 मार्च, 2005 को एसडीपीआई कैडरों द्वारा चलती बस में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, जब वह कन्नूर से होते हुए इरिट्टी में अपने गृहनगर जा रहे थे. आरोप लगाया गया कि यह हत्या इलाके के एसडीपीआई के एक स्थानीय कार्यकर्ता मोहम्मद की हत्या के प्रतिशोध में की गई थी. एबीवीपी नेता और आरएसएस शाखा शिक्षक श्यामप्रसाद की 18 जनवरी, 2018 को एसडीपीआई कार्यकर्ताओं ने हत्या कर दी थी, जिसके बाद आरएसएस ने 8 सितंबर, 2020 को उसी स्थान पर एसडीपीआई कार्यकर्ता सलाहुद्दीन की हत्या कर दी.

पुलिस चिंतित है कि पार्टी कार्यालयों और प्रतिद्वंद्वी दलों के सक्रिय कार्यकर्ताओं के आवासों पर बम फेंकने की ऐसी घटनाओं से भी बड़ी झड़पें हो सकती है. इसलिए राज्य के खुफिया विभाग ने कन्नूर जिले के चावससेरी क्षेत्र में झड़पों की संभावना पर जिला पुलिस को पहले ही जानकारी दे दी है. 1999 में ओणम के दिन आरएसएस कार्यकर्ताओं ने माकपा नेता पी. जयराजन की उनके आवास पर हत्या कर दी थी और इसके प्रतिशोध में 1 दिसंबर 1999 को भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष के.टी. जयकृष्णन की प्राथमिक विद्यालय की क्लास में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, जहां वह पढ़ा रहे थे.