केरल (Kerala) में भयंकर बारिश और बाढ़ (Flood) के बाद शव मिलने के साथ ही मृतकों की संख्या 121 पर पहुंच गई है. वहीं 40 लोग गंभीर रूप से घायल हैं और 21 अब ही लापता हैं. वहीं मलप्पुरम के कवालप्पारा और वायनाड के पुथुमला में शवों का पता लगाने के लिए ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार (जीपीआर) का इस्तेमाल किया जा रहा है जहां हुए भयंकर भूस्खलन ने दो गांव का नामो-निशान मिटा दिया था. ताजा जानकारी के मुताबिक मलप्पुरम में अब तक 58 लोगों की, वायनाड में 12 और कोझिकोड में 17 लोगों की जान जा चुकी है.
बता दें कि हैदराबाद से विशेषज्ञों की एक टीम ने जीपीआर (GPR) की मदद से दो गांव में तलाश अभियान शुरू किया है. इसका उद्देश्य मिट्टी के नीचे दबी लाशों का पता लगाना है. सरकार की ओर से रविवार रात जारी राज्यव्यापी आपदा रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून की दूसरी अवधि में आठ अगस्त से हो रही बारिश में 121 लोग जान गंवा चुके हैं और 47,622 लोग अब भी 296 राहत शिविरों में रह रहे हैं.
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Kerala: Death toll in flood-related incidents rises to 121. 40 people injured, 21 still missing. #KeralaFloods pic.twitter.com/FchLlaiG98
— ANI (@ANI) August 19, 2019
साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है कि मॉनसून में 1,789 घर पूरी तरह बर्बाद हो गए. इस बीच एक लाख से अधिक स्वयंसेवी उत्तरी जिलों में बाढ़ प्रभावित गांवों में सफाई के काम के लिए आगे आए हैं.