FE Modern BFSI SUMMIT 2024: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज मुंबई में एफई मॉडर्न बीएफएसआई शिखर सम्मेलन 2024 को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि आरबीआई यूपीआई (UPI) जैसे नवाचारों को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहा है. पहुंच बढ़ाने और भारत में एक अधिक समावेशी वित्तीय क्षेत्र बनाने के लिए भुगतान प्रणालियों को पुनः उन्मुख किया जा रहा है. हमें ऋण वृद्धि को जमा वृद्धि से आगे नहीं बढ़ना चाहिए, दोनों के बीच एक उचित संतुलन होना चाहिए.
''भारत को सुदृढ़, स्वस्थ और सुशासित बैंकों की आवश्यकता है, जो तकनीकी नवाचारों के माध्यम से ऋण आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम होंगे. ''
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RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने FE Modern BFSI SUMMIT 2024 को किया संबोधित
Mumbai | Addressing the FE Modern BFSI SUMMIT 2024, RBI Governor Shaktikanta Das says, "RBI is actively fostering innovations like UPI, reoriented payment systems to amplify reach and make a more inclusive financial sector in India...Credit growth should not run ahead of deposit… pic.twitter.com/7B0lEsH3GM
— ANI (@ANI) July 19, 2024
डिजिटल धोखाधड़ी को लेकर गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि खच्चर बैंक खातों के माध्यम से डिजिटल धोखाधड़ी में वृद्धि बहुत चिंताजनक है. RBI विभिन्न खातों में लेनदेन की निगरानी कर रहा है. विषम घंटों में लेनदेन और अब तक निष्क्रिय खातों में अचानक मात्रा के बारे में सतर्क रहने की आवश्यकता है. जिन खातों में पहले कम मात्रा में लेनदेन होता था, उनमें उतार-चढ़ाव और बढ़ी हुई गतिविधि पर नजर रखना महत्वपूर्ण है. बैंकों को इन पर निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता है. इसके साथ ही साइबर सुरक्षा और आईटी जोखिम के प्रबंधन पर उचित जोर दिया जाना चाहिए. आरबीआई का पर्यवेक्षी मूल्यांकन बुनियादी ढांचे को लचीला बनाने और तीसरे पक्ष के जोखिमों को कम करने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखता है. अधिक लचीलापन हासिल करने के लिए बैंकों को लगातार तकनीक में निवेश करने की आवश्यकता है.