करतारपुर कॉरिडोर: फिर वादे से मुकरा पाकिस्तान, पहले ही दिन से श्रद्धालुओं से वसूलेगा 20 अमेरिकी डॉलर
करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन से ठीक पहले पाकिस्तान फिर अपनी बात से पलट गया है. पाकिस्तान ने 9 नवंबर से हर भारतीय तीर्थयात्री से बीस अमेरिकी डॉलर बतौर सेवा शुल्क वसूलने की बात कही है.
इस्लामाबाद: करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) के उद्घाटन से ठीक एक दिन पहले पाकिस्तान (Pakistan) फिर अपनी बात से पलट गया है. पाकिस्तान ने 9 नवंबर से हर भारतीय तीर्थयात्री से बीस अमेरिकी डॉलर बतौर सेवा शुल्क वसूलने की बात कही है. इससे पहले पाकिस्तान ने घोषणा की थी कि कोरिडोर के उद्घाटन वाले दिन गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती पर पवित्र गुरुद्वारे में आने वाले श्रद्धालुओं से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक पाकिस्तान ने शुक्रवार को भारतीय अधिकारियों को बताया कि वह कॉरिडोर के शुभारंभ वाले दिन से ही (9 नवंबर) करतारपुर साहिब गुरुद्वारे आने वाले सभी श्रद्धालुओं से 20 डॉलर का शुल्क लेगा. करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन पर पंजाब के 3 जिलों में सरकारी छुट्टी
बता दें कि पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मुहम्मद फैसल ने गुरुवार को साफ कहा था कि करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद नौ और दस नवंबर को श्रद्धालुओं से बीस डॉलर का सेवा शुल्क नहीं लिया जाएगा. साथ हि कहा था कि पाकिस्तान के सद्भावना के कदमों के तहत दस दिन पहले यात्रा के लिए सूचित किए जाने की भी जरूरत नहीं है. पाक पीएम इमरान खान से कहा- करतारपुर गलियारा तीर्थ के लिए है, इसे आय का साधन न बनाएं
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक नवंबर को ट्वीट कर कहा था कि करतारपुर आने वाले श्रद्धालुओं को पहचान और पूर्व पंजीकरण के लिए पासपोर्ट की आवश्यकता नहीं होगी. उनके बयान पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी मुहर लगाई. लेकिन पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार को भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने के लिए पासपोर्ट को जरूरी बताया.
पाकिस्तानी सरकार और उसकी सेना के बयानों में अंतर होने के बाद भ्रम की स्थिति पैदा हो गई. जिसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने देश से जाने वाले तीर्थयात्रियों को अपना पासपोर्ट लेकर जाने के लिए कहा.