बेंगलुरू में प्याज की बढ़ती कीमतों से परेशान होटल मालिकों ने उठाया ये कदम
कर्नाटक के सबसे बड़े शहर बेंगलुरु में कुछ होटल मालिकों ने प्याज की बढ़ती कीमतों की वजह से 'ऑनियन डोसा' बनाना बंद कर दिया है. 'बैंगलोर होटल्स एसोसिएशन' का कहना है कि हमने कीमतों में बढ़ोतरी के कारण प्याज का उपयोग करना कम कर दिया है.
कर्नाटक (Karnataka) के सबसे बड़े शहर बेंगलुरु (Bengaluru) में कुछ होटल मालिकों ने प्याज की बढ़ती कीमतों की वजह से 'ऑनियन डोसा' (Onion Dosa) बनाना बंद कर दिया है. 'बैंगलोर होटल्स एसोसिएशन' (Bangalore Hotels Association) का कहना है कि हमने कीमतों में बढ़ोतरी के कारण प्याज का उपयोग करना कम कर दिया है. फाइन-डाइन खाद्य पदार्थों की कीमतों को बढ़ा सकते हैं, लेकिन ऐसा करने से मध्यम वर्ग के लोगों को नुकसान होगा.
बता दें कि प्याज की कीमतों में इन दिनों काफी वृद्धि दर्ज की गई है. राजधानी दिल्ली से लेकर कोलकाता, चेन्नई और बेंगलुरु के खुदरा बाजार में एक किलो प्याज की कीमत 100 से 125 रूपये तक चल रही है. ऐसे में हर दिन बढ़ रही प्याज के कीमत, लोगों की जेब पर बहुत भारी पड़ रही है. आलम ये है कि सेब और अनार से अधिक दाम अदा करके लोगों के किचन में प्याज पहुंच पा रही है.
बता दें कि भारत प्याज उगाने के मामले में चीन के बाद दूसरे नंबर पर आता है. वहीं देश में सबसे ज्यादा प्याज का उत्पादन महाराष्ट्र में होता है. महाराष्ट्र की लासलगांव मंडी एशिया की सबसे बड़ी प्याज की मंडी है. देश में प्याज की कीमतों में हो रहे दिन-प्रतिदिन वृद्धि के पीछे इस साल खराब मौसम को माना जा रहा है. यह भी पढ़ें- मंहगाई की मार: उपभोक्ताओं के लिए कांदे का स्वाद लेना हुआ मुहाल, पिछले साल से 4 गुना ऊंचे दाम पर बिक रही है प्याज
देश के कुछ हिस्सों में प्याज की खेती दो बार की जाती है. इस साल जून-जुलाई में महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में सुखा पड़ने की वजह से प्याज की खेती नहीं हो सकी, वहीं जहां प्याज की खेती हुई वहां पानी की व्यवस्था नहीं होने की वजह से पूरा फसल बरबाद हो गया. वहीं दूसरे सीजन के दौरान इन क्षेत्रों में भारी बारिश की वजह से प्याज की पूरी फसल नष्ट हो गई थी.