Kanwar Yatra 2020: कांवड़ यात्रा रद्द होने के बाद प्रसाशन हुआ सख्त, हरिद्वार में कांवड़ियों के आने पर खुद के खर्चे पर रहना पड़ेगा 14 दिन क्वॉरन्टीन
श्रद्धालुओं को लेकर प्रशासन की तरफ से कहा गया कि सरकार द्वारा मना करने के बाद भी यदि कोई श्रद्धालू हरिद्वार आता है तो उसे 14 दिन के लिए क्वारंटीन किया जाएगा.
Kanwar Yatra 2020 Cancelled: जगन्नाथ रथ यात्रा की तर्ज पर कांवड़ यात्रा निकाले जाने की मांग हो रही है. लेकिन सरकार की तरफ से इजाजत ना मिलने की वजह से इस साल कांवड़ यात्रा स्थगित कर दिया. ताकि कोरोना महामारी (Corona Epidemic) को रोका जा सके. कांवड़ यात्रा को लेकर ही उत्तराखंड से खबर है कि सरकार द्वारा इस यात्रा को रद्द किए जाने के बाद भी यदि कोई श्रद्धालू शहर में घुसने की कोशिश करेगा तो उसे 14 दिन के लिए क्वारंटीन कर दिया जायेगा. इस तरह का आदेश हरिद्वार के जिला मजिस्ट्रेट सी रविशंकर की तरफ से जारी हुआ है.
कांवड़ियों को लेकर जिला मजिस्ट्रेट सी रविशंकर कहा गया कि सरकार द्वारा मना करने के बाद भी यदि कोई श्रद्धालू हरिद्वार आता है तो उसे 14 दिन के लिए क्वारंटीन किया जाएगा. क्वारंटीन के दौरान का रहने और खाने का खर्चा उसे ही उठाना होगा. हालांकि कोई भी कवाड़ी शहर में न घुस पाए पुलिस की तरफ से पूरे हरिद्वार में नाकाबंदी कर दी गई है. यह भी पढ़े: COVID-19 महामारी को देखते हुए धर्मगुरुओं और कांवड़ संघों ने कांवड़ यात्रा स्थगित करने का दिया प्रस्ताव
दरअसल देश में कोरोना महामारी के बीच उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से 6 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को स्थगित कर दिया गया है. ताकि कोरोना महामारी से जूझ रहे देश को बचाया जा सके. लेकिन कांवड़ यात्रा को लेकर कांवड़ियों की मांग है कि जिस तरह से जगन्नाथ रथ यात्रा निकालने को लेकर इजाजत दी गई है. उसी तरफ से कांवड़ यात्रा के लिए भी इजाजत मिलनी चाहिए. जो सरकार की तरफ से इजाजत नहीं मिल पाई.