CJI DY Chandrachud: देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जज कहीं के राजकुमार नहीं हैं, उनका काम सेवा देना होता है. जज सार्वजनिक पद पर बैठा एक ऐसा पदाधिकारी है, जो अवमानना के लिए दोषी को दंडित करता है और दूसरे के जीवन पर अहम निर्णय लेता है. इसलिए उसके निर्णय लेने के रास्ते पारदर्शी होने चाहिए.
सीजेआई ने कहा कि जज का फैसला कानून की पढ़ाई करने वाले और आम लोगों की समझने योग्य होना चाहिए. जज को सभी के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए और सभी को एक साथ लेकर चलना चाहिए.
चीफ जस्टिस ने आगे कहा कि टेक्नोलॉजी ने कानून और समाज के बीच संबंधों को मौलिक रूप से बदल दिया है. उदाहरण स्वरूप 750,000 से अधिक मामलों की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई है. इसके अलावा महत्वपूर्ण संवैधानिक मामलों को यूट्यूब पर लाइव-स्ट्रीम भी किया गया. हालांकि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से कोई निर्णय नहीं लिया जा सकता है. क्योंकि इसका स्पष्टीकरण होना चाहिए कि इस तरह का फैसला क्यों और किस आधार पर लिया गया.