Joshimath Sinking: जोशीमठ में होटल माउंट व्यू और मलारी इन को गिराने का काम जारी
जोशीमठ में भू-धंसाव के बाद चिन्हित किए गए होटल माउंट व्यू और मलारी इन के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई गुरुवार दोपहर बाद से शुरू हो गई थी. शुक्रवार को भी होटल मलारी इन की खिड़कियों के शीशे निकाले जा रहे हैं.
जोशीमठ, 13 जनवरी : जोशीमठ (Joshimath) में भू-धंसाव के बाद चिन्हित किए गए होटल माउंट व्यू और मलारी इन के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई गुरुवार दोपहर बाद से शुरू हो गई थी. शुक्रवार को भी होटल मलारी इन की खिड़कियों के शीशे निकाले जा रहे हैं. यहां लगी सभी विद्युत पोलों को हटाए जाने का कार्य भी किया जा रहा है. थाने के पास विद्युत विभाग ने अपना नया ट्रांसफार्मर शिफ्ट किया है. सीबीआरआई की देखरेख में अगले एक सप्ताह में दोनों होटलों को जमींदोज कर दिया जाएगा. इस दौरान किसी प्रकार का विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ. दो दिन ऊहापोह की स्थिति के बाद गुरुवार को होटलों को डिस्मेंटल करने की कार्रवाई शुरू हुई. दोपहर तीन बजे से बदरीनाथ हाईवे पर पुलिस-प्रशासन की ओर से बैरिकेडिंग लगा दी गई थी.
पुलिस के साथ ही एसडीआरएफ की टीमें भी होटलों में मुस्तैद हो गईं. थोड़ी देर बाद मौके पर पहुंची क्रेन ने दोनों होटलों की छत से जनरेटर और पानी की टंकियों को बाहर निकाला. होटलों के आगे बिजली के खंभों को भी काटकर क्रेन से हटवाया गया. अपराह्न् सवा चार बजे मलारी इन के मालिक ठाकुर सिंह राणा अपने परिवार के साथ होटल से बाहर आए और पुलिस अधिकारियों के साथ चले गए. इस दौरान ठाकुर सिंह राणा, पत्नी व बेटी भावुक हो गए. इसके बाद एसडीआरएफ की टीम मलारी इन होटल की छत पर पहुंची. यहां रखे अन्य सामान को निकालने का काम शुरू किया गया. यह भी पढ़ें : Joshimath Sinking: क्या डूब जाएगा पूरा जोशीमठ? डरा रही है ISRO की रिपोर्ट, सैटेलाइट तस्वीरों में हुआ खुलासा
डीएम हिमांशु खुराना ने बताया, केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) के वैज्ञानिकों की देखरेख में इन दोनों होटलों को डिस्मेंटल किया जा रहा है. सीबीआरआई ने एक सप्ताह में दोनों होटलों को डिस्मेंटल करने की बात कही है. सीबीआरआई की टीम ध्वस्तीकरण के साथ ही नुकसान का आकलन भी करेगी. जिन आवासों, भवनों को ध्वस्त किया जाना है, उनके अस्थायी पुनर्वास के लिए प्री फैब्रिकेटेड हट का डिजाइन भी तैयार करेगी. टीम की ओर से क्षतिग्रस्त भवनों के सर्वेक्षण का काम शुरू कर दिया गया है.
सचिव आपदा प्रबंधन ने बताया कि जोशीमठ में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से गौचर में सेना, आईटीबीपी के हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं. इसके अलावा राज्य सरकार का अपना हेलीकॉप्टर भी स्टैंडबाय पर रखा गया है. जोशीमठ में तैनात किए गए सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम को शासन ने वापस देहरादून बुला लिया है. बताया जा रहा उनकी जगह किसी अन्य अधिकारी की वहां तैनाती की जाएगी.