जम्मू-कश्मीर में तैनात हुए NSG कमांडो, अब चुन-चुन कर होगा आतंकियों का खात्मा

एक एनएसजी का कमांडो आतंकियों के पूरे गिरोह को मार गिराने का दम रखता है. यही कारण है कि भारतीय एनएसजी कमांडोज की गिनती इजरायल, अमेरिका, रूस और फ्रांस के कमांडो के साथ होती है

नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ केंद्र सरकार ने नेशनल सिक्युरिटी गार्ड (NSG) की तैनाती की गई है. पिछले कुछ दिनों से घाटी में बढ़ी आतंकी घटनाओं की कमर तोड़ने के लिए केंद्र सरकार हर मुमकिन कोशिश करने में जुट गई है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू है. एनएसजी कमांडो घाटी में पुलिस को आतंकियों से निपटने की ट्रेनिंग देंगी. गृह मंत्रालय में एक महीने पहले हुई एक अहम बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली थी.

इसके अलावा 29 जून से अमरनाथ की यात्रा शुरू होने वाली है. जिसके मद्देनजर एनएसजी कमांडो को यात्रा के दौरान आतंकी हमलों को विफल करने की भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. इसके अलावा घाटी में होने वाले हर आतंकी घटना से इन्हें निपटने के लिए नहीं भेजा जाएगा. इन्हें विशेष ऑपरेशन में शामिल किया जाएगा. ऐसा पहली बार हो रहा है जब एनएसजी कमांडो को जम्मू कश्मीर में स्थाई तौर पर शिफ्ट किया जा रहा है.

अत्याधुनिक हथियारों से लैस होते हैं NSG कमांडो

एक एनएसजी का कमांडो आतंकियों के पूरे गिरोह को मार गिराने का दम रखता है. यही कारण है कि भारतीय एनएसजी कमांडोज की गिनती इजरायल, अमेरिका, रूस और फ्रांस के कमांडो के साथ होती है. वहीं अगर एशिया की बात करें तो एनएसजी कमांडो सबसे आगे है. एनएसजी कमांडो अत्याधुनिक हैकलर, कोच एमपी-5 सब मशीनगन, स्नाइपर राइफलों और आरपार देखने वाले रडार जैसे हथियारों से लैस होते हैं.

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