श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद, पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और यह सत्ता के लिए सबसे बड़ा मुकाबला साबित होने वाला है. इन चुनावों में 7 जिलों में 24 विधानसभा क्षेत्रों के लिए पहले चरण में मतदान होगा. इसमें 23 लाख से ज्यादा मतदाता 219 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे, जिनमें 90 निर्दलीय उम्मीदवार भी शामिल हैं. पहले चरण में जम्मू और कश्मीर के प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा. इनमें जम्मू क्षेत्र के तीन जिलों की आठ और कश्मीर घाटी के चार जिलों की 16 सीटें शामिल हैं. जिन प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में वोटिंग होगी, उनमें शामिल हैं:
कश्मीर घाटी: पंपोर, त्राल, पुलवामा, राजपोरा, ज़ैनपोरा, शोपियां, डीएच पोरा, कुलगाम, देवसर, डोरू, कोकरनाग (एसटी), अनंतनाग वेस्ट, अनंतनाग, श्रीगुफवारा-बिजबेहड़ा, शंगस-अनंतनाग ईस्ट, पहलगाम
जम्मू क्षेत्र: इंदरवाल, किश्तवाड़, पड्डर-नगसेनी, भद्रवाह, डोडा, डोडा वेस्ट, रामबन और बनिहाल
J&K: जम्मू-कश्मीर में चुनाव को लेकर सेना ने कसी कमर, सैनिकों की तैनाती बढ़ी.
कश्मीर में प्रमुख मुकाबले:
कश्मीर घाटी में कई प्रमुख उम्मीदवार अपनी किस्मत आज़मा रहे हैं. इसमें सीपीआई (एम) के मोहम्मद यूसुफ़ तारिगामी, एआईसीसी के महासचिव ग़ुलाम अहमद मीर, नेशनल कांफ्रेंस की साकिना इत्तो और पीडीपी के सरताज मदनी और अब्दुल रहमान वीरी जैसे नेता प्रमुख हैं.
इल्तिजा मुफ्ती जो पीडीपी की तीसरी पीढ़ी की नेता हैं, बिजबेहड़ा से चुनाव लड़ रही हैं और उनके सामने एनसी के बशीर अहमद वीरी और बीजेपी के सोफी मोहम्मद यूसुफ हैं. श्रीगुफवारा-बिजबेहड़ा और पुलवामा क्षेत्रों में होने वाले चुनावों पर सबकी नज़रें टिकी हैं.
जम्मू में मुख्य मुकाबले:
जम्मू क्षेत्र में भी कई बड़े नेता मैदान में हैं. पूर्व मंत्रियों में एनसी के सज्जाद किचलू, कांग्रेस के विकार रसूल वानी, बीजेपी के सुनील शर्मा और डीपीएपी के अब्दुल मजीद वानी शामिल हैं. इसके अलावा, किश्तवाड़ से एनसी की पूजा ठाकुर, बीजेपी के युवा चेहरे शगुन परिहार, और आप के मेहराज दिन मलिक भी प्रमुख चेहरे हैं.
हालांकि, दिलचस्प बात यह है कि नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) और कांग्रेस दोनों ने बानिहाल, भद्रवाह और डोडा में 'फ्रेंडली कॉन्टेस्ट' के तहत उम्मीदवार खड़े किए हैं. वहीं, इंदरवाल से एनसी के विद्रोही नेता प्यारे लाल शर्मा निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा, बीजेपी के दो विद्रोही नेता राकेश गोस्वामी और सुरज सिंह परिहार क्रमशः रामबन और पड्डर-नगसेनी से चुनाव लड़ रहे हैं.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पहले चरण के चुनाव के लिए कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए गए हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ), और जम्मू-कश्मीर आर्म्ड पुलिस के कई स्तरों पर बल तैनात किए गए हैं ताकि चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से हो सके.
कुल मतदाता
पहले चरण में कुल 23,27,580 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे, जिसमें 11,76,462 पुरुष, 11,51,058 महिलाएं और 60 तीसरे लिंग के मतदाता शामिल हैं. इस चुनाव में जम्मू-कश्मीर की जनता की उम्मीदें और राजनीतिक समीकरण का भविष्य तय होगा.