रांची: झारखंड (Jharkhand) के सिमडेगा जिले में एक महिला को डायन करार देकर आग (Fire) की लपटों में झोंक दिया गया. वह बुरी तरह झुलस गयी है. स्थानीय सदर हॉस्पिटल (Hospital) में उसका इलाज किया जा रहा है. महिला के कपड़ों में आग लगाये जाने के पहले उसकी बुरी तरह पिटाई की गयी और सिर के बाल काट दिये गये. बीते चार जनवरी को भी सिमडेगा के कोलेबिरा थाना क्षेत्र में एक 34 वर्षीय युवक संजू प्रधान (Sanju Pradhan) को भीड़ ने जिंदा जला डाला था. Jharkhand: डायन के संदेह में पति-पत्नी की हत्या, हत्यारों के खौफ से 5 दिन दबा रहा मामला
पुलिस ने बताया कि सिमडेगा के ठेठईटांगर थाना क्षेत्र के कुड़पानी गांव में महिला के साथ गांव के कुछ लोगों ने बर्बरता की. इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. झुलसी हुई महिला ने इलाज के दौरान पुलिस को दिये गये बयान में अपने साथ हुई बर्बरता की पूरी दास्तान बतायी है. उसने हमला करनेवाले लोगों के नाम भी बताये हैं.
इधर, सिमडेगा में युवक को जलाने की घटना पर झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने मामले का संज्ञान लेते हुए बुधवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा को तलब किया था. राज्यपाल ने ऐसी घटना को अत्यंत पीड़ादायक बताते हुए घटना के दौरान मौके पर मौजूद रहे पुलिस अफसरों और कर्मियों को निलंबित करने को कहा है. पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल आठ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
बता दें कि झारखंड में प्रतिवर्ष डायन हत्या और प्रताड़ना के 400 से भी ज्यादा मामले दर्ज होते हैं. पुलिस अनुसंधान विभाग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक राज्य में 2015 से 2020 के बीच 207 लोगों की हत्या डायन बताकर की गयी. इस दौरान डायन प्रताड़ना के कुल 4560 मामले दर्ज किये गये.