रांची: कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर से देश की हालत बिगड़ने जा रही है. देश की हालत ऐसी हो गई है कि अस्पतालों में बेड्स के साथ ही ऑक्सीजन कम पड़ने लगे हैं. लोग परेशान है कि इस महामारी से कैसे बचा जाए. क्योंकि सरकार द्वारा कोरोना को लेकर प्रतिबंध लगाये जाने के बाद भी यह महामारी तेजी के साथ बढ़ रही हैं. कोरोना महामारी को लेकर ही खबर झारखंड (Jharkhand) से हैं. राज्य में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच 22 अप्रैल से 29 अप्रैल तक कुछ छूट के साथ लॉकडाउन (Lockdown) लगाने की घोषणा की है.
झारखंड में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार की तरफ से मंलवार को एक बैठक हुई. बैठक के दौरान सरकार की तरफ से लॉकडाउन लगाने के बारे में फैसला लिया गया. सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाने को लेकर लिए गए फैसले अनुसार इस अवधि के दौरान कुछ शर्तों के साथ जैसे आवश्यक सेवाओं की अनुमति रहेगी. इसके साथ ही धार्मिक स्थल खुले रहेंगे. लेकिन लोगों के इकट्ठे होने की अनुमति नहीं होगी. वहीं खनन, कृषि और कन्स्ट्रक्शन जैसे काम करने की अनुमति दी गई है. यह भी पढ़े: Jharkhand: झारखंड में कोरोना के 3,843 नए मामले सामने आए, 56 की मौत
झारखंड में लॉकडाउन की घोषणा:
Jharkhand government announces lockdown from April 22-29 with few exemptions. Essential services allowed, religious places to remain open but the gathering of devotees not allowed. Mining, agricultural & construction activities permitted
— ANI (@ANI) April 20, 2021
वहीं मीडिया के बातचीत में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार द्वारा सप्ताह भर इस लॉकडाउन के संबन्ध में निर्णय लिया गया है. उनहोंने बतया कि 22 अप्रैल से 29 अप्रैल तक पूरे झारखंड में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह मनाया जायेगा. इस स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत पूरे राज्य में केन्द्र सरकार, राज्य सरकार और निजी क्षेत्र के निश्चित कार्यालयों के अलावा सभी कार्यालय बंद रहेंगे और कोई भी बिना आवश्यक कार्य के घर से बाहर नहीं निकलेगा. सोरेन ने बताया कि आवश्यक सामग्री की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें भी बंद रहेंगी. (इनपुट एजेंसी के साथ)