Jharkhand Formation Day 2020: झारखंड (Jharkhand) हर साल 15 नवंबर को अपना राज्य गठन दिवस (Jharlkhand Formation Day) मनाता है और झारखंड राज्य आज 20 साल का हो गया है. झारखंड को वन की भूमि (Land of Forest) या बुशलैंड (Bushland) के रूप में भी जाना जाता है. यह उत्तर-पूर्वी भारत में स्थित है. वर्तमान में झारखंड बिहार के साथ उत्तर, उत्तर प्रदेश, उत्तर-पश्चिम में छत्तीसगढ़, दक्षिण में ओडिशा के साथ और पूर्व में पश्चिम बंगाल से अपनी सीमा साझा करता है. संसद में बिहार पुनर्गठन अधिनियम 2000 के पारित होने के बाद इस राज्य को बिहार से अलग किया गया था. बाद में मौजूदा जिलों को पुनर्गठित करते हुए छह और जिलों की स्थापना की गई. 23 वें और 24वें जिले के तौर पर खुंटी और रामगढ़ 12 सितंबर 2007 को अस्तित्व में आए. झारखंड स्थापना दिवस आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की जयंती के दिन मनाया जाता है, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
झारखंड का इतिहास और महत्व
साल 2000 में बिहार से अलग होकर झारखंड एक अलग राज्य बना था. इससे पहले यह बिहार के दक्षिणी हिस्से का एक भाग था. यह उस आदिवासी की मातृभूमि है जिसने लंबे समय से एक अलग राज्य का सपना देखा था. आजादी के बाद झारखंड राज्य के लोगों को बहुत कम सामाजिक-आर्थिक लाभ मिला. विशेषकर, आदिवासी लोगों को. प्रचलित मान्यता के अनुसार, 13वीं शताब्दी में ओडिशा के राजा जय सिंह देव ने खुद को झारखंड का शासक घोषित किया था. यह भी पढ़ें: Jharkhand Foundation Day 2020: झारखंड के 20वें स्थापना दिवस पर पीएम मोदी ने इस खास अंदाज में दी प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं
झारखंड राज्य में छोटानागपुर पठार और संथाल परगना के जंगल शामिल हैं. विभिन्न सांस्कृतिक परंपराओं का यहां अनूठा संगम देखने को मिलता है. स्वतंत्रता के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के नियमित आंदोलन के कारण सरकार ने 1995 में झारखंड क्षेत्र स्वायत्त परिषद और अंत में एक स्वतंत्र राज्य की स्थापना के लिए सरकार को बाध्य किया. 2 अगस्त 2020 को जब भारत की संसद ने झारखंड राज्य बनाने के लिए बिहार पुनर्गठन विधेयक पारित किया, तब 15 नवंबर 2000 को झारखंड राज्य बनाने के लिए बिहार के बाहर 18 जिलों को उत्कीर्ण किया और इसके साथ झारखंड भारत का 28वां राज्य बन गया.
झारखंड कोयले से समृद्ध है और इस राज्य में भारत के खनिज संसाधनों का कम से कम 40 फीसदी हिस्सा है. यह राज्य अपने खूबसूरत झरनों, हरे-भरे जंगलों जैसे सारंडा जो एशिया का सबसे बड़ा सल वन है. इसके अलावा जगन्नाथ मंदिर, बैद्यनाथ धाम, दलमा वन्यजीव अभ्यारण्य और बेतला राष्ट्रीय उद्यान के लिए जाना जाता है.