रांची, 7 अप्रैल: झारखंड में जहां कोविड के केस बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ राज्य में कोविड वैक्सीन का स्टॉक लगभग खत्म हो गया है. राज्य में अप्रैल के पहले सप्ताह से ही कोविशील्ड, कोवैक्सीन और कोर्बिवैक्स टीका की उपलब्धता खत्म हो गई है. थोड़ा-बहुत टीकाकरण जिलों में बचे छिटपुट वैक्सीन से हो रही है. इस बीच राज्य सरकार ने केंद्र से 50 हजार कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराने की मांग की है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से कहा है कि कोविड वैक्सीन खत्म होने से टीकाकरण प्रभावित हो रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना से निपटने की तैयारियों का जायजा ले रहे थे. यह भी पढ़ें: COVID-19 Surge: महाराष्ट्र, दिल्ली समेत देश के इन सात राज्यों में बढ़ रहे कोरोना के मामले
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर गंभीर है और नजर रखी जा रही है. उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से ब्लड सेपरेशन मशीन समेत अन्य संसाधन उपलब्ध कराने का भी आग्रह किया. उन्होंने आईसीएमआर से खूंटी, लोहरदगा, कोडरमा और पाकुड़ में कोविड जांच हेतु आरटीपीसीआर लैब की स्वीकृति के लिए अनुरोध किया. इसके अलावा धनबाद और जमशेदपुर में नए सरकारी नसिर्ंग कॉलेज खोलने की मांग रखी गई.
राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि आगामी 10 एवं 11 अप्रैल को राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में कोविड से निपटने की तैयारियों का लेकर मॉक ड्रिल कराया जाएगा। इसके पहले 9 अप्रैल को सभी उपायुक्तों, सिविल सर्जन और मेडिकल कालेजों के अधिकारियों व निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक होगी. बता दें कि राज्य में कोविड एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 60 हो गई है. गुरुवार को 11 नए मामले सामने आए थे. हालांकि, इस दौरान दो मरीज स्वस्थ भी हुए हैं.