झारखंड में सहायक पुलिस के हड़ताल पर अपनी मांग को लेकर रांची के मोरहाबादी मैदान में डटे हुए थे. उसी दौरान शुक्रवार को वहां पर जमकर हंगामा देखा गया. दरअसल मांग को लेकर बैठे सहायक पुलिस और पुलिस के बीच झड़प भी हो गई. जिसके बाद पुलिस को उन्हें हटाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा. वहीं इस घटना का वीडियो भी सामने आया है. जिसमें देखा जा सकता कि कैसे लाठी डंडे बरस रहे हैं और पत्थरों से गाड़ियों को तोड़ा जा रहा है. रांची सिटी एसपी सौरभ ने जानकारी देते हुए बताया कि आंदोलन कर रहे सहायक पुलिस कर्मी हिंसक हो गए. उन्होंने बैरिकेडिंग तोड़ दी और पथराव पुलिस पर किया. जिसके बाद पुलिस ने प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की. इस दौरान हमारे पुलिस विभाग के 10 लोग और 5-6 प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं.
बता दें कि रांची के मोरहाबादी मैदान में सहायक पुलिसकर्मी नौकरी स्थायी करने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से जमे हुए हैं. वहीं उनके इकठ्ठा होने की खबर के बाद से अन्य जिलों से सहायक पुलिसकर्मी भी मैदान में जमा होने लगे थे. जिससे इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही थी. दौरान इन्हें पुलिस के बड़े अधिकारीयों ने समझया भी. लेकिन अपनी मांग को लेकर ये टस से मस नहीं हुए.
ANI का ट्वीट:-
Assistant police personnel who are agitating turned violent, broke barricading and pelted stones. So, we took preventive actions. 10 people from our police dept and 5-6 protesters injured: Ranchi City SP, Sourabh. #Jharkhand https://t.co/cD2rP9zy8p
— ANI (@ANI) September 18, 2020
वहीं अब यह मामला सियासी रंग ले चुका है, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सहायक पुलिस कर्मोयो से मिलने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भी मोरहाबादी मैदान में मुलाकात भी किया था. जिसके बाद उन्होंने मौजूदा सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि जो लोग आज सत्ता में बैठे हैं वो अपने आप को आंदोलनकारी कहते हैं और आंदोलन कर रहे सहायक पुलिस कर्मियों के परिवार वालो डराया जा रहा है.