Jammu-Kashmir: कर्ज चुकाने से बचने के लिए शख्स ने परिवार समेत अपनी मौत का किया ड्रामा, राज खुलने पर गिरफ्तार
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: File Image)

जम्मू, 8 जनवरी: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में एक अभूतपूर्व मामले में एक व्यक्ति ने विभिन्न बैंकों और साहूकारों से लिए गए कर्ज को चुकाने से बचने के लिए अपनी और अपने परिवार की मौत की झूठी सूचना दी. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बयान में कहा कि उसने फर्जी सड़क दुर्घटना के पीछे साजिश का पदार्फाश किया है, जिसकी योजना आरोपियों ने बनाई थी. पुलिस ने कहा, "डोडा के गडसू इलाके के पास चिनाब नदी में डूबने का नाटक करने वाले दंपति को उनकी बेटी के साथ हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है.

"20 दिसंबर, 2022 को एक वाहन गडसू के पास चिनाब में घुस गया था और सूचना मिलने पर पुलिस स्टेशन भद्रवाह में एफआईआर दर्ज की गई थी. दुर्घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद, एसएसपी डोडा, डीसी डोडा, एएसपी भद्रवाह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी और बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया गया. मौके पर पहुंची पुलिस टीम को मौके से वाहन की टूटी हुई नंबर प्लेट, दो पहचान पत्र, एक ड्राइविंग लाइसेंस, भदेरवाह निवासी प्रीतम सिंह पुत्र मंजीत सिंह का ई-श्रमण कार्ड और एक पर्स बरामद हुआ. यह भी पढ़े: दिल्ली पुलिस ने 6 साल से फरार अपराधी को गिरफ्तार किया

"वाहन को चिनाब नदी से निकाल लिया गया था, लेकिन काफी प्रयासों के बावजूद कोई शव नहीं मिला. जांच के साथ-साथ, चिनाब में खोज जारी रही और सबूतों के अनुसार यह माना गया कि 20 दिसंबर, 2022 को मंजीत, उनकी पत्नी, सोनिया देवी और बेटी कार में भद्रवाह से जम्मू जा रहे थे, और उनकी मौत हो गई। हालांकि, उनमें से किसी के भी मृत या जीवित होने का पता नहीं चला.

पुलिस ने कहा, "लापता मंजीत सिंह और उसके परिवार के अन्य पहलुओं की भी वित्तीय स्थिति आदि की जांच की गई और जांच के दौरान, सामने आया कि उसने अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए विभिन्न बैंकों और निजी उधारदाताओं से बड़ी राशि (लगभग 30 लाख रुपये) का ऋण लिया था. इसके अलावा मंजीत सिंह की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी इसलिए सीसीटीवी फुटेज की मदद से साइबर सेल डोडा की तकनीकी टीम को भी काम पर लगाया गया और तकनीकी जानकारी मिलने के बाद एसएसपी डोडा ने पंजाब और हरियाणा में लापता व्यक्ति की तलाश के लिए एक टीम गठित की.

बयान में कहा गया है, "हरियाणा पुलिस की मदद से तीनों को अभयपुरा गांव फेज-1, पंचूकला हरियाणा में जिंदा पाया गया और 24 घंटे के भीतर वापस लाया गया. आगे की जांच चल रही है, और कानून की संबंधित धाराओं के तहत कार्यवाही शुरू की जाएगी.