J&K Elections Phase 3: जम्मू-कश्मीर में सत्ता की फाइनल लड़ाई, 40 सीटों पर वोटिंग; ये हैं प्रमुख उम्मीदवार
जम्मू और कश्मीर में 2024 विधानसभा चुनाव के तीसरे और आखिरी चरण के लिए मंगलवार, 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी. इस चरण में 40 विधानसभा सीटों पर मतदाता अपना वोट डालेंगे.
J&K Elections Phase 3: जम्मू और कश्मीर में 2024 विधानसभा चुनाव के तीसरे और आखिरी चरण के लिए मंगलवार, 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी. इस चरण में 40 विधानसभा सीटों पर मतदाता अपना वोट डालेंगे. सभी पार्टियों की नजर इस चरण के मतदान पर टिकी हैं क्योंकि इन सीटों का परिणाम ही तय करेगा कि जम्मू-कश्मीर में सत्ता की कुर्सी पर कौन बैठेगा. 40 में से 24 सीटें जम्मू डिवीजन में हैं, जबकि शेष 16 कश्मीर घाटी में आती हैं. तीसरे और अंतिम चरण में कुल 39 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
इस महत्वपूर्ण चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस गठबंधन के रूप में मैदान में हैं, जबकि पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) अन्य प्रमुख दल हैं.
सुरक्षा के सख्त इंतजाम
मतदान को लेकर सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं. संवेदनशील क्षेत्रों जैसे उधमपुर, बारामूला, कठुआ और कुपवाड़ा में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CRPF) और क्विक रिस्पांस टीम्स (QRTs) को तैनात किया गया है.
जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) आनंद जैन ने कहा कि मतदान क्षेत्रों में "आतंक-मुक्त और शांतिपूर्ण" मतदान सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
मतदाता और मतदान केंद्र
इस चरण में 3.9 मिलियन से अधिक मतदाता 40 सीटों के लिए मतदान करेंगे, जिसमें जम्मू क्षेत्र की 24 और कश्मीर घाटी की 16 सीटें शामिल हैं. मतदान सुबह 7 बजे शुरू होगा और शाम 7 बजे तक चलेगा. इस बार चुनाव आयोग द्वारा 5,060 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं.
प्रमुख उम्मीदवार
तीसरे चरण में कई प्रमुख उम्मीदवारों के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा. पीपल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री सज्जाद लोन कुपवाड़ा की दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि नेशनल पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष देव सिंह उधमपुर के चेन्नई सीट से मैदान में हैं. इंजीनियर रशीद के भाई खुर्शीद अहमद शेख भी इस चरण में प्रमुख उम्मीदवार है. वे कुपवाड़ा जिले की लंगेट सीट से मैदान में हैं.
इसके अलावा, पूर्व मंत्री रमन भल्ला (R S पुरा), उस्मान मजीद (बांदीपोरा), ताज मोहिउद्दीन (उरी), बशारत बुखारी (वगोरा-केरीरी), इमरान अंसारी (पट्टन) और चौधरी लाल सिंह (बासोहली) भी प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं.
मतदान में भाग लेने वाले नए मतदाता
इस चुनाव की एक प्रमुख विशेषता यह है कि पाकिस्तानी शरणार्थियों, वाल्मीकि समाज, और गोरखा समुदाय के लोग भी इस बार मतदान करेंगे. अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के बाद इन्हें मतदान का अधिकार मिला है, जो चुनाव के नतीजों पर असर डाल सकता है.
परिणाम कब आएंगे?
5 अक्टूबर को जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव के एग्ज़िट पोल आएंगे, जबकि 8 अक्टूबर को वोटों की गिनती की जाएगी.