कश्मीर (Kashmir) के ज्यादातर इलाकों में रविवार रात से मोबाइल इंटरनेट सेवा (Mobile Internet Services) को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा श्रीनगर (Srinagar) में भी मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद किए जाने की खबरें हैं. उधर, जम्मू और कश्मीर सरकार (Jammu and Kashmir Government) ने कहा है कि श्रीनगर (Srinagar) जिले में 5 अगस्त की मध्य रात्रि से धारा 144 सीआरपीसी (Section 144 CrPC) के तहत प्रतिबंध लागू किए गए हैं जो अगले आदेश तक लागू रहेंगे. सीआरपीसी की धारा 144 के तहत अब श्रीनगर में चार से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है. वहीं, सभी शैक्षणिक संस्थान भी अब बंद रहेंगे. इस बीच, मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) को उनके घर में नजरबंद कर दिया गया है. इस बीच, राज्यपाल सत्यपाल मलिक आपात बैठक कर रहे हैं. बैठक में जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव और डीजीपी मौजूद हैं.
Jammu & Kashmir: Mobile internet services partially suspended in Kashmir. pic.twitter.com/6IyyCVBhHX
— ANI (@ANI) August 4, 2019
Jammu & Kashmir Government: There will be a complete bar on holding any kind of public meetings or rallies during the period of operation of this order. It should be noted that there will be no curfew in place as reported in a section of the media. https://t.co/EGENEM6qUz
— ANI (@ANI) August 4, 2019
उधर, जम्मू (Jammu) की डिप्टी कमिश्नर सुषमा चौहान (Sushma Chauhan) ने कहा कि सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों को एहतियात के तौर पर बंद रखने की सलाह दी जाती है. इससे पहले, नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, 'मुझे लगता है कि मुझे आज आधी रात से नजरबंद कर दिया जाएगा और सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के लिए भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. यह पता करने का कोई तरीका नहीं है कि क्या यह सच है.'
I believe I’m being placed under house arrest from midnight tonight & the process has already started for other mainstream leaders. No way of knowing if this is true but if it is then I’ll see all of you on the other side of whatever is in store. Allah save us 🙏🏼
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 4, 2019
How ironic that elected representatives like us who fought for peace are under house arrest. The world watches as people & their voices are being muzzled in J&K. The same Kashmir that chose a secular democratic India is facing oppression of unimaginable magnitude. Wake up India
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 4, 2019
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा, 'मोबाइल कवरेज समेत इंटरनेट सेवाएं बंद होने की खबरें सुनाई पड़ रही हैं. कर्फ्यू पास भी जारी किए जा रहे हैं. भगवान ही जानता है कि कल क्या होगा. यह एक लंबी रात होने जा रही है.' महबूबा मुफ्ती ने अगले ट्वीट में कहा, 'कैसे विडंबना है कि हमारे जैसे चुने हुए प्रतिनिधि जो शांति के लिए लड़े थे, घर में नजरबंद हैं. निया उन लोगों के रूप में देखती है, जिनकी आवाजें जम्मू-कश्मीर में गूंजी हैं. वही कश्मीर जिसने एक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक भारत को चुना था, अकल्पनीय परिमाण के उत्पीड़न का सामना कर रहा है. वेक अप इंडिया.' यह भी पढ़ें- जम्मू कश्मीर: सर्वदलीय बैठक के बाद फारूक अब्दुल्ला बोले- विशेष दर्जे को खत्म करने की कोशिश का विरोध करेंगी पार्टियां
कश्मीर यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू और कश्मीर में सीआरपीएफ की 40 कंपनियां तैनात की गई हैं. जम्मू सेक्टर में 30 हजार जवानों को तैनात किया गया है.