श्रीगनर:- जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद जैसे-जैसे हालात सामान्य हो रहे हैं वैसे ही केंद्र सरकार रियायत बरतना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में स्थानीय नेताओं को उनके घरों में कैद किया गया था. जिनमे से पांच और राजनीतिक नेताओं को नजरबंदी से रिहा कर दिया गया है. ज्ञात हो कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद केंद्र सरकार ने एहतियातन 100 राजनीतिक दलों के नेताओं को अस्थाई जेलों में रखा था. जिसके बाद धीरे-धीरे उन्हें आजाद भी किया जाने लगा है. वहीं जम्मू-कश्मीर के तीन पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती अब भी नजरबंद हैं. जिनमे उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को श्रीनगर में मौलाना आजाद रोड से सटे दो सरकारी क्वार्टर में रखा गया है, जबकि फारूक अब्दुल्ला हाई सिक्योर्टी के साथ गुप्कर रोड स्थित मकान में पर नजरबंद हैं.
बता दें कि इससे पहले दिसंबर महीने के अंत में दो विधायकों सहित मुख्यधारा के पांच और नेताओं को नजरबंदी से रिहा कर दिया गया था. जिन नेताओं को रिहा किया गया था उनके नाम अब्दुल जब्बार, बशीर अहमद मीर, जहूर अहमद मीर, यासिर रेशी और गुलाम नबी शामिल हैं. इन्हें 5 नेताओं को श्रीनगर के एमएलए हॉस्टल से रिहा किया गया था. वहीं नवंबर में महीने डल झील के पास स्थित सेंचूर होटल से मुख्यधारा के कुल 35 राजनेताओं को एमएलए हॉस्टल ले जाया गया था.
J&K: Five more political leaders have been released from detention. They were detained post abrogation of article 370(August 5,2019) pic.twitter.com/lHOxFYIYnM
— ANI (@ANI) January 16, 2020
गौरतलब हो कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल जी सी मुर्मू ने कहा था कि केंद्र शासित क्षेत्र में हालात सामान्य हैं और लोग विकास प्रक्रियाओं में हिस्सा ले रहे हैं. उन्होंने कहा था. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हमें सामान्य संचार के साधनों के बहाल होने की उम्मीद है. हम लोग देखेंगे कि इसका कैसे इस्तेमाल हो रहा है और फिर उसके अनुसार हर चीज में ढील दी जाएगी.