बनिहाल ब्लास्ट में हुआ बड़ा खुलासा: सुसाइड नोट बरामद, पुलवामा की तरह CRPF का काफिला था टारगेट
देश में कुछ दिनों पहले जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था. देश अभी तक इस हमले से उबर भी नहीं पाया है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले एक और नापाक हरकत रचने की साजिश रची थी.
देश में कुछ दिनों पहले जम्मू-कश्मीर के पुलवामा (Pulwama) जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था. देश अभी तक इस हमले से उबर भी नहीं पाया है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले एक और नापाक हरकत रचने की साजिश रची थी, लेकिन अंतिम समय में आत्मघाती आतंकवादी ने अपना प्लान बदल दिया और विस्फोटकों से लदी कार को बड़े धमाके से पहले छोड़कर भाग निकला. इस धमाके की जांच कर रही जम्मू कश्मीर पुलिस को एक सूइसाइड नोट मिला है जिसमें आतंकी ने अपना नाम ओवैस अमीन बताया है, आतंकी ने नोट में लिखा है कि वह भारत से बदला लेना चाहता था.
बता दें कि धमाके में किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है. इस काफिले में सीआरपीएफ की 6-7 बसें थी, और करीब 40 जवान थे. सूत्रों का कहना है कि सेट्रो कार में दो सिलेंडर, यूरिया और तेल की बोतलें थीं. सुचना के अनुसार बनिहाल टनल के पास रिहाइशी इलाके से दूर एक सेंट्रो कार जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर खड़ी थी. जैसे ही सीआरपीएफ का काफिला नजदीक आया तभी कार ने सीआरपीएफ के एक बस को टक्कर मारी और धमाका हुआ. इस धमाके के कारण बस को मामूली नुकसान पहुंचा और मौके से कार का ड्राइवर फरार हो गया. फिलहाल पुलिस ड्राइवर और कार मालिक की तलाश में जुटी हुई है.
सुचना के अनुसार यह घटना 30 मार्च को करीब 10.30 बजे बनिहाल के पास एक सिविल कार में हुआ. इस दौरान सीआरपीएफ का काफिला वहां से गुजर रहा था. धमाके के बाद कार में आग लग गई और सीआरपीएफ के एक बस के पिछले हिस्से को मामूली नुकसान पहुंचा.
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भारत से बदला लेना था मकसद:
जम्मू कश्मीर की पुलिस के मुताबिक, सूइसाइड नोट दो पन्नों का है. इसमें लिखा है कि 'भारत' ने कश्मीर पर अत्याचार किए हैं, जिनका वह बदला लेना चाहता है. इसके लिए उसने खुद को बारूद के साथ उड़ाने का प्लान रचा था.
बता दें कि देश में बीते 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर जोरदार धमाका हुआ था. जिसमें आतंकियों ने आरडीएक्स से भरी एक कार को सीआरपीएफ के काफिले से टकरा दी थी. इस आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे.