श्रीनगर, 10 मार्च: जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir ) के पंपोर में सुरक्षा बलों पर कार बम हमले की कथित तौर पर साजिश रचने वाले चार लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने का दावा किया है.
कश्मीर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विजय कुमार ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘जैश एक कार-बम हमले को अंजाम देना चाहता था और अवंतीपोरा पुलिस इस मॉड्यूल पर नजर रख रही थी. यह भी पढ़े: Uttar Pradesh: प्यार में नकारे गए प्रेमी ने किया था 2 लोगों का कत्ल, आगरा में गिरफ्तार
उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद ने बीए प्रथम वर्ष के छात्र साहिल नजीर को, टेलीग्राम और अन्य मोबाइल मैसेजिंग ऐप के माध्यम से हमले को अंजाम देने के लिए पुरानी कार खरीदने के लिए प्रेरित किया था.
कुमार ने कहा, ‘‘तकनीक के साथ-साथ मानव बुद्धिमता का उपयोग करते हुए, पुलिस ने साहिल को गिरफ्तार किया, जिसने कार-बम हमले के बारे में साजिश का खुलासा किया. यह साजिश रचने में शामिल कैसर, यूनिस और यासिर अहमद वानी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.’’
आईजीपी ने कहा कि साहिल ने साजिश में शामिल होने की बात कबूल की है और यह भी स्वीकार किया है कि उसने 25 जनवरी को पुलवामा जिले के पंपोर इलाके में सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड फेंका था.
कुमार ने कहा कि पुलिस ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक ‘ओवरग्राउंड वर्कर’ (ओजीडब्ल्यू) को भी गिरफ्तार किया है और पंपोर में उसके घर से 25 किलोग्राम विस्फोटक जब्त किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘उमर खांडेय के निर्देश पर लश्कर ने पंपोर में नगरपालिका समिति की इमारत में फिदायीन (आत्मघाती) हमले या एक आईईडी विस्फोट करने की साजिश रची थी.’’
बारामूला जिले में मंगलवार को अल-बद्र के प्रमुख अब्दुल गानी ख्वाजा की मौत पर आईजीपी ने कहा, ‘‘यह सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता है. अब्दुल गनी 2001 में आतंकवाद में शामिल हो गया था और 2007 में उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. उसे 2008 में रिहा किया गया और 2018 तक उसने ओजीडब्ल्यू के रूप में काम किया। वह 2018 में फिर से सक्रिय हो गया.’’