नंदा देवी में मिले लापता 7 विदेशी पर्यटकों के शव, दुर्गम चोटी पर चढ़ाई के दौरान हुए थे हिमस्खलन के शिकार
नंदा देवी में मिला विदेशी पर्यटकों का शव (Photo Credits: ANI)

देहरादून: भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) ने नंदा देवी (Nanda Devi) के पास हिमस्खलन (Avalanche) में मारे गए विदेशी पर्यटकों के सात शव बरामद किए हैं. सभी विदेशी पर्वतारोही तीन सप्ताह पहले लापता हो गए थे. खोजी अभियान के दौरान वायुसेना के विमानों ने नंदा देवी पूर्वी चोटी के पास इन शवों को देखा था.

मिली जानकारी के मुताबिक आठ सदस्यों के विदेशी पर्वतारोहियों के दल में ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के पर्वतारोही थे. यह टीम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में 7434 मीटर ऊंचे नंदा देवी पूर्वी चोटी पर लापता हो गई थी. उम्मीद जताई जा रही है कि सभी पर्वतारोही संभवत: हिमस्खलन में मारे गए है.

पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी विजय कुमार जोगडांडे के मुताबिक यह दल भारत में सबसे ऊंची और सबसे दुर्गम चोटियों में से एक लगभग 24,000 फीट ऊंची नंदा देवी पूर्वी की चोटी पर जाना चाहता था.

नई दिल्ली में भारतीय पर्वतारोही फाउंडेशन के एक संपर्क अधिकारी के साथ यह दल चोटी की चढ़ाई करने के लिए 13 मई को मुनसियारी से निकले थे लेकिन 25 मई की तय तारीख पर आधार शिविर नहीं लौटे और लापता हो गए  इस टीम की अगुवाई ब्रिटिश पर्वतारोही मार्टिन मोरन कर रहे थे.

मोरन के अलावा ब्रिटेन के जॉन मैक्लॉरेन, रिचर्ड पायने, रूपर्ट हावेल हैं. अमेरिका के एंथनी सुडेकम और राचेल बिम्मेल, आस्ट्रेलिया के रूथ मैक्रेन और भारतीय पर्वतारोहण संस्थान के चेतन पांडे शामिल थे.

इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस के अलावा इस अभियान में राज्य आपदा मोचन बल, चिकित्सक, राजस्व पुलिस और स्थानीय ग्रामीणों को शामिल किया गया था. विफल प्रयासों के बाद फिर वायुसेना से मदद मांगी गई थी. इस घटना से पहले इस वर्ष 11 पर्वतारोहियों की मौत हो चुकी है.