देहरादून: भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) ने नंदा देवी (Nanda Devi) के पास हिमस्खलन (Avalanche) में मारे गए विदेशी पर्यटकों के सात शव बरामद किए हैं. सभी विदेशी पर्वतारोही तीन सप्ताह पहले लापता हो गए थे. खोजी अभियान के दौरान वायुसेना के विमानों ने नंदा देवी पूर्वी चोटी के पास इन शवों को देखा था.
मिली जानकारी के मुताबिक आठ सदस्यों के विदेशी पर्वतारोहियों के दल में ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के पर्वतारोही थे. यह टीम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में 7434 मीटर ऊंचे नंदा देवी पूर्वी चोटी पर लापता हो गई थी. उम्मीद जताई जा रही है कि सभी पर्वतारोही संभवत: हिमस्खलन में मारे गए है.
पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी विजय कुमार जोगडांडे के मुताबिक यह दल भारत में सबसे ऊंची और सबसे दुर्गम चोटियों में से एक लगभग 24,000 फीट ऊंची नंदा देवी पूर्वी की चोटी पर जाना चाहता था.
Indo-Tibetan Border Police: ITBP team has recovered seven bodies of foreign tourists, who were hit by an avalanche near Nanda Devi in Uttarakhand and went missing three weeks back. (File pic) pic.twitter.com/lajkLD1T9w
— ANI (@ANI) June 23, 2019
नई दिल्ली में भारतीय पर्वतारोही फाउंडेशन के एक संपर्क अधिकारी के साथ यह दल चोटी की चढ़ाई करने के लिए 13 मई को मुनसियारी से निकले थे लेकिन 25 मई की तय तारीख पर आधार शिविर नहीं लौटे और लापता हो गए इस टीम की अगुवाई ब्रिटिश पर्वतारोही मार्टिन मोरन कर रहे थे.
मोरन के अलावा ब्रिटेन के जॉन मैक्लॉरेन, रिचर्ड पायने, रूपर्ट हावेल हैं. अमेरिका के एंथनी सुडेकम और राचेल बिम्मेल, आस्ट्रेलिया के रूथ मैक्रेन और भारतीय पर्वतारोहण संस्थान के चेतन पांडे शामिल थे.
इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस के अलावा इस अभियान में राज्य आपदा मोचन बल, चिकित्सक, राजस्व पुलिस और स्थानीय ग्रामीणों को शामिल किया गया था. विफल प्रयासों के बाद फिर वायुसेना से मदद मांगी गई थी. इस घटना से पहले इस वर्ष 11 पर्वतारोहियों की मौत हो चुकी है.