Lok Sabha Election 2024: क्या राहुल गांधी प्रधानमंत्री हैं? कांग्रेस के वादों पर जमकर बरसे पूर्व PM एचडी देवेगौड़ा
एचडी देवेगौड़ा

बेंगलुरु: पूर्व पीएम और जेडीएस अध्यक्ष एचडी देवेगौड़ा ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. एचडी देवेगौड़ा ने कहा, 'कांग्रेस इस स्तर तक पहुंच गई है कि राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की फोटो वादा कर रही है... यह मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की फोटो है. क्या राहुल गांधी प्रधानमंत्री हैं? क्या खड़गे मुख्यमंत्री हैं या प्रधानमंत्री हैं? यह केवल लोगों को गुमराह करने और मूर्ख बनाने के लिए कर्नाटक में वितरित की गई एक पुस्तिका है.'' Bengaluru: फ्री डोसा से लेकर बीयर और टैक्सी राइड... बेंगलुरु में वोटर्स को आज मुफ्त में मिल रही हैं ये चीजें.

इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘‘संपत्ति के पुन: बंटवारे संबंधी वादे’’ की आलोचना करते हुए कहा कि केवल कोई व्यावहारिक ज्ञान-शून्य व्यक्ति ही ऐसी बात कर सकता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा किये गये वादों से संकेत मिलता है कि वह ‘‘किसी भी कीमत पर’’ सत्ता में आना चाहती है.

लोगों को गुमराह कर रही कांग्रेस: एचडी देवेगौड़ा

जनता दल (सेक्युलर) के प्रमुख देवेगौड़ा (90) ने कांग्रेस के घोषणा-पत्र का उपहास उड़ाते हुए दावा किया कि केवल वही पार्टी इतने सारे वादे कर सकती है, जिसे यह भलीभांति पता होता है कि वह कभी सत्ता में नहीं आयेगी. उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने अपने घोषणा-पत्र में बहुत सारे वादे किये हैं. केवल वही पार्टी इतने वादे करेगी, जिसे यह अच्छी तरह पता होता है कि वह कभी सत्ता में नहीं आयेगी.’’

कांग्रेस के घोषणा-पत्र ‘न्याय पत्र’ से कुछ बिंदुओं का जिक्र करते हुए देवेगौड़ा ने कहा, ‘‘राहुल गांधी केंद्र सरकार की 30 लाख नई नौकरियां देना चाहते हैं. मैंने भी देश चलाया है. केवल 40 लाख स्वीकृत नौकरियां हैं. वह रातोंरात 30 लाख और नौकरियां कैसे जोड़ सकते हैं. वह इन लोगों को कहां से वेतन देंगे. वह उन्हें कहां रोजगार देंगे.’’

उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि क्या राहुल गांधी उन्हें सरकारी कार्यालयों में चार शिफ्ट में ‘लिफ्ट ऑपरेटर’ के रूप में नौकरी देंगे करेंगे.

देवेगौड़ा ने कहा, ‘‘केवल कोई व्यावहारिक ज्ञान-शून्य व्यक्ति ही इस तरह की बात कर सकता है. श्री (पी) चिदम्बरम घोषणा-पत्र समिति के अध्यक्ष थे. क्या वह राहुल गांधी के इन अपरिपक्व आर्थिक विचारों से सहमत हैं?’’