IRCTC Update: आज 3 घंटे नहीं हो पाएगी ऑनलाइन टिकट बुकिंग, जानें वजह
भारतीय रेलवे (Photo Credits: Facebook)

नई दिल्ली, 26 अप्रैल : भारतीय रेलवे (Indian Railway) के जरिये यात्रा करने के लिए आइआरसीटी के जरिये ट्रेन की टिकट बुक करने वाले यात्रियों को मंगलवार को परेशानी उठानी पड़ सकती है. आईआरसीटी ने 2 घंटे से अधिक समय तक आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) को बंद रखने का फैसला किया है. दरअसल इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन लिमिटेड के जरिये यात्री मंगलवार रात 11 बजकर 45 मिनट से अगले तकरीबन ढाई घंटे तक यानी 26 अप्रैल की रात से तड़क 2 बजकर 15 मिनट तक आनलाइन टिकट बुक नहीं करा पाएंगे. आइआरसीटी के अनुसार तकनीकी कारणों के चलते भारतीय रेलवे द्वारा संचालित कंप्यूटरीकृत यात्री आरक्षण प्रणाली बंद रहेगी. इसके साथ ही रेलवे की तमाम ऑनलाइन सेवाएं भी बंद रहेंगी.

रेलवे अधिकारियों के अनुसार प्रणाली को अपग्रेड करने के लिए इसे लगभग ढाई घंटे तक बंद रखा जाएगा. इस दौरान आरक्षण, निरस्तीकरण, आरक्षण चार्ट बनाने, पूछताछ काउंटर सेवा सहित पीआरएस से संबंधित अन्य सेवाएं भी बंद रहेगी. खासबात बात यह है कि इन ढाई घंटों के दौरान यात्री आनलाइन आरक्षण भी नहीं करा सकेंगे. इसके साथ ही ट्रेन व पार्सल से संबंधित कोई जानकारी भी नहीं मिलेगी. यह भी पढ़ें : नवनीत राणा के शिकायती पत्र पर लोकसभा सचिवालय ने महाराष्ट्र सरकार से मांगी रिपोर्ट

रेलवे के मुताबिक मंगलवार रात 12 बजे के बाद की ट्रेनों के रिजर्वेशन चार्ट समय से पहले तैयार कर लिए जाएंगे. करीब तीन घंटे तक टिकट बुकिंग व अन्य सेवाएं प्रभावित रहेंगी. हालांकि अधिकतर लोग भारतीय रेलवे द्वारा संचालित कंप्यूटरीकृत यात्री आरक्षण प्रणाली केंद्रों के जरिये ट्रेनों में यात्रा से पहले टिकट बुक कराते हैं. तकनीकी के इस युग में अधिकतकर लोग समय बचाने के मकसद से घर पर बैठे आईआरसीटी की वेबसाइट पर जाकर ही ऑनलाइन टिकट का आरक्षण कराते हैं.

यात्री आरक्षण प्रणाली के जरिये यात्री सामान्य या अनारक्षित टिकट कंप्यूटरीकृत अनआरक्षित टिकट प्रणाली केन्द्रों से खरीद सकते हैं. इसके अलावा, स्टेशनों पर लगाई गई स्वचालित टिकट वेंडिग मशीनों से भी ट्रेन का टिकट बुक करा सकते हैं. ऐसे में इसमें सुधार या फिर अन्य काम के लिए जब भारतीय रेलवे द्वारा संचालित कंप्यूटरीकृत यात्री आरक्षण प्रणाली को बंद रखा जाता है तो लोगों को दिक्कत आती है. हालांकि रेलवे के मुताबिक यह काम ऐसे समय में किया जाता है जब यात्रियों को कम से कम दिक्कत आए.