Sex Scandal: सेक्स स्कैंडल के चलते विधानसभा में तीसरे दिन भी व्यवधान, अनिश्चित काल के लिए सदन स्थगित
कर्नाटक विधानसभा (Photo Credits-ANI)

बेंगलुरु, 24 मार्च : भाजपा विधायक (BJP MLA) और पूर्व मंत्री रमेश जरकिहोली (Ramesh Jarkiholi) की कथित संलिप्तता वाले सेक्स स्कैंडल (Sex Scandal) को लेकर लगातार तीसरे दिन बुधवार कर्नाटक विधानसभा में शोर शराबे के बीच वित्त विधेयक पारित किये गये. विपक्षी कांग्रेस के सदस्य विपक्ष के नेता सिद्धरमैया के नेतृत्व में सोमवार से ही आसन के समीप आकर प्रदर्शन कर रहे हैं और सदन की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं. उनकी मांग है कि अदालत की निगरानी में सेक्स स्कैंडल की जांच करायी जाए और जरकिहोली पर बलात्कार का मामला दर्ज किया जाए. उन्होंने उन छह मंत्रियों के इस्तीफे की भी मांग की जो अपने बारे में किसी भी असत्यापित खबर के प्रकाशन/प्रसारण के विरूद्ध अदालत से स्थगन हासिल करने के लिए अदालत पहुंचे हैं. विपक्षी सदस्यों ने कहा कि वे (ये मंत्री) ‘‘नैतिक रूप से अयोग्य’’ हैं. निरंतर व्यवधान के चलते विधानसभा का बजट सत्र निर्धारित तारीख 31 मार्च से पांच दिन पहले ही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया.

सूत्रों ने बताया कि यह स्थगन इन खबरों के बीच किया गया कि कांग्रेस ने अपनी मांग पर दबाव डालने के लिए आज रात से विधानसभा में रहने एवं प्रदर्शन करने की योजना बनायी थी. विपक्षी सदस्यों द्वारा लगातार बाधा डाले जाने के बीच मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने बजट चर्चा पर जवाब देते हुए कहा कि लोग सारी चीजें देख रहे हैं और वे आने वाले दिनों में उन्हें सबक सिखायेंगे. सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस सदस्य सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए आसन के समीप पहुंच गये. वरिष्ठ भाजपा विधायक के जी बोपैया ने कहा, ‘‘ क्या सरकार मुख्य न्यायाधीश को ऐसा पत्र लिख सकती है? न्यायिक जांच भिन्न विषय है.’’ सरकार के खिलाफ कांग्रेस सदस्यों के ‘भाजपा सरकार मुर्दाबाद’और ‘सीडी सरकार मुर्दाबाद’ के नारों के बीच कुछ भाजपा विधायक ने इस पुराने दल की नैतिकता पर सवाल उठाया. यह भी पढ़ें : Bihar: बिहार में लोजपा नेता को अपराधियों ने मारी गोली

कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री बसावराज बोम्मई ने कांग्रेस पर सदन की कार्यवाही में भाग लेने को इच्छुक अन्य सदस्यों के अधिकारों पर अतिक्रमण करने का आरोप लगाया. उद्योग मंत्री जगदीश शेट्टार ने कांग्रेस पर सत्ता में रहने के दौरान पूर्व मंत्री एच ए मेती से जुड़े सेक्स स्कैंडल की लीपापोती करने का आरोप लगाया. शोरशराबे के बीच मुख्यमंत्री के जवाब के बाद अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने विनियोग विधेयक, पूरक अनुमान, एवं वित्तीय जवाबदेही (संशोधन) विधेयक, 2021 समेत संबंधित वित्त विधेयकों को मतविभाजन के लिए पेश किया और उन्हें पारित कर दिया गया. कर्नाटक सार्वजनिक खरीद पारदर्शिता (संशोधन) विधेयक 2021 को भी विधानसभा ने पारित कर दिया. बजट और संबंधित वित्त विधेयकों के पारित होने की घोषणा करते हुए अध्यक्ष ने कहा कि वह बहुत दुखी हैं कि कांग्रेस के सदस्य कार्यवाही में सहयोग नहीं कर रहे हैं. यह भी पढ़ें : Madhya Pradesh: भोपाल में लॉकडाउन के चलते नहीं मिली शराब तो तीन भाई पी गए सैनिटाइजर, तीनों की मौत

सदन की कार्यवाही में सहयोग की बार बार की गयी अपील व्यर्थ जाने पर अध्यक्ष ने भोजनावकाश तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी. इस बीच सदन के बाहर स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने यह पता करने के लिए सभी 225 विधायकों के निजी जीवन की जांच की मांग की कि कितनों का अवैध या विवाहेत्तर संबंध है. भोजनावकाश के बाद भी सदन में शोर-शराबा होने लगा. सुधाकर के बयान पर विपक्ष एवं सत्तापक्ष के बीच नोकझोंक हुई. अध्यक्ष ने भी उनके बयान पर नाखुशी प्रकट की. सदन में व्यवधान जारी रहने पर अध्यक्ष ने कांग्रेस सदस्याों की नारेबाजी के बीच बजट सत्र की संक्षिप्त रिपोर्ट पढ़ी और सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी.