एनडीआरएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि लुधियाना, पंजाब में 3 टीमें बाढ़ बचाव में लगी हुई हैं, 5-6 टीमें स्टैंडबाई पर लुधियाना में रखी गई हैं. सुबह से हमने भोलेवाल कदीम गांव में 40 लोगों और 8 जानवरों को निकाला है. गांव के करीब 150 लोगों को अब भी बचाया जाना बाकी है. हरियाणा (Haryana) में स्थित हथिनी कुंड बैराज (ताजेवाला) से रविवार शाम छह बजे 8,28,072 क्यूसेक पानी यमुना नदी (Yamuna River) में छोड़ने से दिल्ली और नोएडा (Delhi-Noida) में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. गौतमबुद्ध नगर के जिला अधिकारी बी.एन. सिंह ने यमुना के किनारे रहने वालों को सभी जरूरी सामान लेकर सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है. यमुना नदी का जल स्तर बढ़ने की वजह से आसपास के शहरों में बाढ़ की स्तिथि बनी हुई है. मौसम विभाग ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में सोमवार शाम तक भारी बारिश जारी रहेगी. सतलुज नदी के किनारे के जिलों में स्थिति गंभीर होने के साथ पंजाब के आठ जिलों के 250 गांवों में मध्यम ’बाढ़ अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें रोपड़ हेडवर्क्स से रविवार को 2.40 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था.
पंजाब में बचाव कार्य अब भी जारी:
Inspector NDRF, Ludhiana, Punjab: 3 teams are engaged in flood rescue, 5-6 teams on standby, in Ludhiana. Since morning we have evacuated 40 people and 8 animals in Bholeval Kadim village. About 150 people in the village are waiting to be rescued. pic.twitter.com/M3ThDENokT
— ANI (@ANI) August 19, 2019
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पिछले कई हफ्ते भारी बारिश की वजह से देश के कई राज्यों में बाढ़ की स्तिथि आ गई है. लोगों का जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है. महाराष्ट्र, केरल, असम, गुजरात, बिहार जैसे कई राज्यों में बाढ़ की स्तिथि अब भी बनी हुई है. केरल और महाराष्ट्र के कई जिलों में बाढ़ की वजह से हाहाकार मचा हुआ है. इस प्राकृतिक आपदा की वजह से सैकड़ों लोगों की जान चली गई और अब भी कई लोग गायब है. नैशनल डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम लापता लोगों को ढूंढने में जुटी हुई है.