देश के सभी जिलों में बड़े पैमाने पर डिस्ट्रिक्ट आउटरीच प्रोग्राम ”निधि आपके निकट 2.0” लॉन्च किया गया है. बता दें कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने इस प्रोग्राम को शुरू किया है. निधि आपके निकट का दूसरा चरण न केवल नियोक्ताओं एवं कर्मचारियों के लिए शिकायत निवारण मंच और सूचना विनिमय नेटवर्क बनेगा, बल्कि विभिन्न राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के विभागों में जिला स्तर वाले अधिकारियों के साथ सूचना के आदान-प्रदान के लिए एक महत्वपूर्ण मंच भी साबित होगा.
उल्लेखनीय है कि इसी कड़ी में इस महत्वाकांक्षी प्रोग्राम की शुरुआत 27 जनवरी, 2023 को भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में सचिव सुश्री आरती आहूजा द्वारा वर्चुअल माध्यम से की गई.
देश के सभी जिलों में बढ़ेगी EPFO की उपस्थिति
गौरतलब हो, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने समावेशी और एकजुट आउटरीच प्रोग्राम के माध्यम से देश के सभी जिलों में अपनी उपस्थिति को बढ़ाने के लिए निधि आपके निकट 2.0 की शुरुआत की है. अब ये नए और अपने पहले से बेहतर रूप में सभी के सामने आया है. EPFO ने इससे पहले भी अपनी सेवाओं और सुविधाओं में लगातार सुधार किया है.
भविष्य निधि अदालत का नाम बदलकर ”निधि आपके निकट” रखा गया
ज्ञात हो, साल 2015 में भविष्य निधि अदालत का नाम बदलकर ”निधि आपके निकट” रखा गया था. वहीं साल 2019 में ट्रेड यूनियनों को भी इसमें आमंत्रित करके इसकी पहुंच में और वृद्धि की गई. साल 2021 पेंशनरों को शिकायतों के निवारण के लिए एक विशेष मंच मासिक पेंशन अदालत प्रदान किया गया.
अब देश के 685 से अधिक जिलों में EPFO की उपस्थिति का होगा विस्तार
विभिन्न हित धारकों के साथ विचार विमर्श के बाद ये महसूस किया गया कि देश के 500 से अधिक जिलों में ईपीएफ कार्यालयों की अनुपस्थिति, कवरेज में वृद्धि और सदस्यों को निर्बाध सेवाएं प्रदान करने में एक बड़ी बाधा है. इसलिए सभी जिलों में ”निधी आपके निकट” का आयोजन करके ईपीएफओ की पहुंच बढ़ाने का फैसला लिया गया. ”निधि आपके निकट 2.0” जनवरी 2023 से शुरू होकर हर महीने की 27 तारीख को आयोजित किया जाएगा. यदि किसी माह 27 तारीख को छुट्टी है तो इसे अगले कार्य दिवस पर आयोजित किया जाएगा. नवीन निधि न सिर्फ आपके निकट न सिर्फ सदस्यों, पेंशनरों, प्रतिष्ठानों की शिकायतों के निवारण का मंच होगा बल्कि उन्हें शिक्षित, प्रशिक्षित करने के अतिरिक्त विभिन्न सरकारी विभागों के साथ सूचनाओं के आदान-प्रदान का भी प्लेटफॉर्म बनेगा.
निधि आपके निकट 2.0 की गतिविधियां
अब हम निधि आपके निकट 2.0 की गतिविधियों के बारे में जान लेते हैं.
– इसके अन्तर्गत आयोजन स्थल पर एक हेल्प डेस्क कार्य करेगी जहां सदस्यों को ऑनलाइन सेवाएं जैसे दावा प्रपत्र भरना आदि प्रदान किया गया है. साथ ही उनकी शिकायतों का ऑन स्पॉट निवारण करने की सुविधा दी गई है.
– जो शिकायतें तत्काल निस्तारित नहीं हो पाएंगी उन्हें पोर्टल पर दर्ज करके बाद में प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जाएगा.
– पेंशनरों को ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र भरने की सुविधा भी दी गई है.
– नवीन पंजीकृत प्रतिष्ठानों के मार्गदर्शन के लिए एक विशेष सत्र होगा.
– साथ ही छूट प्राप्त प्रतिष्ठानों का अलग से सत्र होगा. सभी पंजीकृत प्रतिष्ठानों के लिए इंटरेक्टिव सेशन भी होगा.
– डीएम/डीसी, जिला स्तरीय विभाग प्रमुखों, स्थानीय निकाय के अधिकारियों, श्रम मंत्रालय के अधिकारियों आदि के साथ विचार-विमर्श तथा सूचना का आदान-प्रदान भी होगा.
निधि आपके निकट एक विशेष पहल
निधि आपके निकट एक विशेष पहल है, जिसके अंतर्गत ईपीएफओ के हितधारक शिकायत निवारण के लिए ईपीएफओ के क्षेत्रीय कार्यालयों में आते हैं, जबकि निधि आपके निकट 2.0 के तहत, ईपीएफओ अपने प्रत्येक हितधारक तक पहुंचेगा, इससे देश के सभी जिलों में संगठन की पहुंच और कार्यकुशलता में बढ़ोत्तरी होगी.
यह लक्षित दृष्टिकोण उच्च कुशलता के माध्यम से सार्वजनिक संतुष्टि के साथ-साथ सुविधाओं के कुशल लाभ वितरण को सुनिश्चित करेगा. जिला जागरूकता शिविर व आउटरीच कार्यक्रम के रूप में निधि आपके निकट की पहुंच को विस्तृत करने तथा इसका दायरा बढ़ाने से देश के 500 से अधिक जिले जहां पर ईपीएफओ कार्यालय नहीं हैं, उनको भी कवर किया जाएगा और सदस्यों को सामाजिक सुरक्षा एवं निर्बाध सेवाएं प्रदान की जा सकती हैं.
EPFO ने लोगों से की प्रोग्राम को सफल बनाने की अपील
उल्लेखनीय है कर्मचारी भविष्य निधि संगठन वर्षों से अपने ग्राहकों के कल्याण के लिए कई उपाय और सुधार करता रहा है. इसी क्रम में ईपीएफओ ने सभी हितधारकों से आग्रह किया है कि वे इस कार्यक्रम को सफल व प्रभावी बनाने के लिए शिविरों में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करें. केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त नीलम शमी राव ने सभी मुख्य सचिवों को पत्र भेजकर राज्य के हरेक जिला कलेक्टर को इस आउटरीच कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्ण सहयोग देने के निर्देश जारी करने का अनुरोध किया है. उन्होंने केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी), ईपीएफ के सदस्यों से अनुरोध किया कि वे अपने निकट शिविरों में सक्रिय रूप से भाग लें और ईपीएफ अधिकारियों को प्रेरित करें तथा उनको मार्गदर्शन प्रदान करें.