मुंबई. महाराष्ट्र के कई जिलों में मराठों का आंदोलन तेज हो गया है. नाराज मराठा मोर्चा ने आरक्षण की मांग पूरी नहीं होने से आज महाराष्ट्र बंद की घोषणा की है. लेकिन इस बंदी का असर सोलापुर, मुंबई, सतारा पुणे में नहीं होगा. दरअसल आज के बंद में इन जिलों को शामिल नहीं किया गया है. वहीं मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग करते हुए गोदावरी नदी में छलांग लगा दीया जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं इस घटना के बाद से मराठा आंदोलन और भी भड़क गया है.
बता दें कि कानद गांव के काकासाहेब दत्तात्रेय शिंदे ने सिलोड के काईगांव में विभिन्न मराठा संगठनों द्वारा जारी आंदोलन के दौरान शिंदे ने सरकार से आरक्षण की मांग करते हुए अचानक गोदावरी नदी में छलांग लगा दी. इसके बाद बाहर निकालने वहां पहुंचे बचाव कर्मियों के प्रयासों के बावजूद शिंदे बाहर नहीं निकाला जा सका. जिसके कारण उनकी मौत हो गई.
Aurangabad: Maratha Kranti Morcha workers continue their protest over death of a person who died after jumping off a bridge into Godavari river yesterday during 'jal samadhi agitation' in the district for reservation for Maratha community in govt jobs & education. #Maharashtra pic.twitter.com/NmoHE0eQik
— ANI (@ANI) July 24, 2018
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने युवक की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुये परिवार को मदद का भरोसा दिया है. वहीं सीएम मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आंदोलन के दौरान लोगों से हिंसा नहीं करने की अपील की है.
मराठा आंदोलन
इस आंदोलन के माध्यम से मराठा समाज दूसरे पिछड़े वर्ग के तरह सरकारी नौकरियों और शिक्षा में 16 प्रतिशत आरक्षण मांग कर रहा है. अपनी मांग को मंगवाने के लिए पिछले साल मराठा समाज ने तकरीबन हर जिलों में मूक मोर्चा निकाला था. जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया. लेकिन अब इस मांग को लेकर मराठा समाज और भी तीव्र हो गया है. जिसके कारण प्रदर्शन और रैलीयों का सिलसिला तेज हो गया है. गौरतलब हो कि मराठा आरक्षण का मामला बांबे हाईकोर्ट में लंबित है.