भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है. सेंसेक्स और निफ्टी लगातार चौथे दिन गिरावट के साथ बंद हुए, जिससे निवेशकों को चार दिनों में करीब 9 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक सहित चुनिंदा बैंकिंग दिग्गजों के शेयरों में गिरावट ने सूचकांकों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है.
क्या हैं गिरावट के कारण?
HDFC बैंक, ICICI बैंक और एक्सिस बैंक जैसे बैंकिंग दिग्गजों के शेयरों में गिरावट ने बाजार को सबसे ज्यादा प्रभावित किया. इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव से वैश्विक बाजारों में चिंता का माहौल है, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ रहा है. अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका से भी निवेशक सतर्क हैं.
सेंसेक्स 455 अंक या 0.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72,488.99 पर बंद हुआ, केवल चार स्टॉक - भारती एयरटेल, पावर ग्रिड, इंफोसिस और लार्सन एंड टुब्रो - हरे निशान में थे. निफ्टी 50 दिन के अंत में 152 अंक या 0.69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21,995.85 पर बंद हुआ, जिसमें 36 स्टॉक गिरे और शेष 14 शेयर ऊंचे स्तर पर बंद हुए. बीएसई मिडकैप इंडेक्स भी 0.39 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ, लेकिन बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 0.06 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ.
- सेंसेक्स और निफ्टी लगातार चौथे दिन गिरावट के साथ बंद हुए.
- निवेशकों को चार दिनों में करीब 9 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
- बैंकिंग शेयरों में गिरावट, वैश्विक तनाव और अमेरिकी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका गिरावट के प्रमुख कारण हैं.
- कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और यूरोपीय बाजारों में तेजी से बाजार को कुछ राहत मिली है.
- निवेशकों को सतर्क रहने और लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करने की सलाह दी जाती है.
कुछ राहत के संकेत
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से बाजार को कुछ राहत मिली है. यूरोपीय बाजारों में तेजी से भी भारतीय बाजार को सहारा मिला.
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए.