भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बीजेपी (BJP) के सत्ता से बाहर होते ही विरोध और असंतोष के स्वर मुखर होने लगे है. इसकी शुरुआत ग्वालियर से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) के खिलाफ हुई है. यहां से भाजपा की महानगर इकाई के विशेष आमंत्रित सदस्य और उच्च न्यायालय(High Court) के अधिवक्ता अवधेश सिंह भदौरिया (Avdhesh Singh Bhadauria) ने पार्टी अध्यक्ष व प्रदेशाध्यक्ष को पत्र लिखकर तोमर पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
भदौरिया ने कथित तौर एक पत्र पार्टी अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) और प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह (Rakesh Shah) के नाम लिखकर केंद्रीय मंत्री तोमर पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने बेटों को स्थापित करने के लिए ग्वालियर-चंबल की सीट सहित कई सीटों के लिए कमजोर उम्मीदवार दिए लिहाजा पार्टी को हार का सामना करना पड़ा.
भदौरिया के पत्र में आरोप लगाया गया है कि मुरैना के दिमनी विधानसभा क्षेत्र से सोची-समझी रणनीति के तहत कमजोर उम्मीदवार दिया गया. इसी तरह ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र से जयभान सिंह पवैया (Jaibhan Singh Pawaiya) को हराने का काम किया.
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गौरतलब है कि राज्य की 230 विधानसभा सीटों में से 114 सीटों के साथ कांग्रेस (Congress) सबसे बड़ी पार्टी बनी है, वहीं बीजेपी को 109 सीटें मिलीं. कांग्रेस को बसपा (BSP) और सपा (SP) ने समर्थन दिया है, जिससे कांग्रेस के लिए बहुमत का रास्ता आसान हो गया.