Fact Check: क्या सरकार सच में दे रही है 'फ्री लैपटॉप'? जानें 'वन स्टूडेंट वन लैपटॉप योजना' की हकीकत

सोशल मीडिया पर 'वन स्टूडेंट वन लैपटॉप योजना' के तहत फ्री लैपटॉप दिए जाने का दावा पूरी तरह से फर्जी है. PIB फैक्ट चेक ने पुष्टि की है कि केंद्र सरकार ऐसी कोई भी योजना नहीं चला रही है. नागरिकों को ऐसे धोखाधड़ी वाले संदेशों से सावधान रहने और अपनी निजी जानकारी साझा न करने की सलाह दी जाती है.

आजकल इंटरनेट और सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से फैल रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार "वन स्टूडेंट वन लैपटॉप योजना" के तहत सभी छात्रों को मुफ्त में लैपटॉप बांट रही है. "MyHelpShivam" जैसे कुछ यूट्यूब चैनलों पर भी वीडियो बनाकर यह दिखाया जा रहा है कि इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें.

क्या है यह दावा?

दावा यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने छात्रों की पढ़ाई में मदद के लिए 'वन स्टूडेंट वन लैपटॉप' नाम की एक स्कीम शुरू की है. इसके तहत हर छात्र को एक फ्री लैपटॉप दिया जाएगा. वीडियो में लोगों से ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए भी कहा जा रहा है.

तो क्या यह सच है?

इसका सीधा और साफ जवाब है - नहीं. यह दावा पूरी तरह से फर्जी है.

PIB फैक्ट चेक ने खोली पोल

भारत सरकार की आधिकारिक फैक्ट-चेकिंग संस्था, PIB फैक्ट चेक, ने इस दावे की जांच की है. उन्होंने साफ तौर पर बताया है कि:

ऐसे झूठे दावों से सावधान क्यों रहें?

अक्सर ऐसे लुभावने और झूठे दावे लोगों को ठगने के लिए फैलाए जाते हैं. धोखेबाज लोग ऐसी योजनाओं का लालच देकर आपसे आपकी निजी जानकारी, जैसे आधार नंबर, बैंक अकाउंट डिटेल्स या पासवर्ड मांग सकते हैं. कई बार वे रजिस्ट्रेशन फीस या किसी और बहाने से पैसे भी ठग लेते हैं.

हमेशा याद रखें:

Share Now

\