India Reacts to UN: 'ऐसी भ्रामक चिंताओं को हमेशा गलत साबित किया': यूएन में भारत की कड़ी प्रतिक्रिया, मणिपुर और कश्मीर के खिलाफ बयानबाजी पर जताई आपत्ति
Photo- @abagchimea/X

India Reacts to UN: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क के मणिपुर और कश्मीर को लेकर दिए गए बयान पर भारत ने सख्त प्रतिक्रिया दी है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि अरिंदम बागची ने जिनेवा में 58वें नियमित सत्र के दौरान कहा कि भारत एक स्वस्थ, जीवंत और बहुलवादी समाज है. उन्होंने कहा, "दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र एक जीवंत और विविधता से भरा समाज बना हुआ है. रिपोर्ट में भारत को लेकर की गई टिप्पणियां निराधार और बेबुनियाद हैं, जो जमीनी हकीकत से मेल नहीं खाती हैं.''

दरअसल, वोल्कर टर्क ने मानवाधिकार परिषद के 58वें सत्र में अपनी वैश्विक रिपोर्ट पेश करते हुए भारत का जिक्र किया और मणिपुर व कश्मीर की स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की थी.

ये भी पढें: सात साल में किसी निर्वाचित सरकार का पहला जम्मू-कश्मीर बजट ऐतिहासिक है: उपराज्यपाल सिन्हा

कश्मीर को गलत संदर्भ में पेश किया गया

इस पर बागची ने जवाब देते हुए कहा कि भारत के लोगों ने बार-बार ऐसी “भ्रामक चिंताओं” को गलत साबित किया है. अरिंदम बागची ने कहा, ''वोल्कर टर्क ने "कश्मीर" शब्द का इस्तेमाल करके जम्मू-कश्मीर को गलत संदर्भ में पेश किया है, जबकि हकीकत यह है कि इस क्षेत्र में शांति और प्रगति लगातार बढ़ रही है.

उन्होंने जोर देकर कहा कि इस साल जम्मू-कश्मीर में स्थानीय चुनावों में बड़ी संख्या में मतदान, पर्यटन में बूम और तेजी से हो रहे विकास कार्यों ने इस क्षेत्र की बदलती स्थिति को दर्शाया है.

‘ग्लोबल अपडेट’ को सुधारने की जरूरत

बागची ने संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें जटिल मुद्दों को “सरल तरीके से पेश किया गया है, कई विषयों को चुनिंदा ढंग से उठाया गया है और कुछ मामलों में गलत शब्दावली का इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट "एक वास्तविक अपडेट" की मांग करती है, जो भारत की वास्तविकता को दर्शा सके

भारत ने संयुक्त राष्ट्र से आग्रह किया कि उसे भारत को लेकर सही जानकारी जुटानी चाहिए और हमारे बहुलतावादी, लोकतांत्रिक और खुली समाज व्यवस्था को समझने का प्रयास करना चाहिए.