नई दिल्ली: भारतीय सेना की ताकत में जल्द ही इजाफा होने वाला है. इसी कड़ी में इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 को सेना के हवाले किया जाएगा. अग्नि-5 की मारक क्षमता में पूरा चीन आता है. इसका मतलब ये कि भारत से चीन के किसी भी इलाके को निशाना बनाया जा सकेगा. बता दें कि पिछले महीने अग्नि-5 का ओडिशा से सफल परीक्षण किया गया था. इस तरह की आधुनिक मिसाइल चीन, रूस, अमेरिका, फ्रांस और उत्तर कोरिया जैसे कुछ चुनिंदा देशों में ही है.
ज्ञात हो कि अग्नि-5 की मारक क्षमता 5 हजार किमी है और यह मिसाइल अपने साथ परमाणु हथियार भी ले जा सकती है. स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड में शामिल किए जाने से पहले कई परीक्षण किए जा रहे हैं ताकि सेना को सौंपे जाने से पहले किसी भी तरह की कमी न रह जाए.
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— DRDO (@DRDO_India) June 3, 2018
वही सबसे अहम अमेरिका को छोड़कर पूरा एशिया, अफ्रीका और करीब आधा यूरोप परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम इस मिसाइल के दायरे में है. इसके अलावा पाकिस्तान, अफगानिस्तान, इराक, ईरान, चीन, रूस, मलेशिया, इंडोनशिया और फिलीपींस भी इसकी रेंज में हैं.
बताना चाहते है कि अग्नि-5 के टेस्ट की तैयारी 2012 से शुरू हुई थी. पहला टेस्ट 19 अप्रैल 2012 को किया गया. जबकि दूसरा टेस्ट सितंबर 2013, तीसरा टेस्ट 2015 और चौथा टेस्ट 2016 में किया गया. इसके बाद इस वर्ष पांचवां टेस्ट किया गया. ये सभी परीक्षण कामयाब रहे.
रक्षा मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि अग्नि-5 से बीजिंग, शंघाई, ग्वांगझू और हांगकांग समेत चीन के कई शहरों को आसानी से निशाना बनाया जा सकता है.