
जम्मू-कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर शुक्रवार तड़के पाकिस्तान की ओर से हुई भारी गोलाबारी में आंध्र प्रदेश के एक 23 वर्षीय भारतीय जवान मूडवाथ मुरली नायक वीरगति को प्राप्त हुए. यह घटना शुक्रवार सुबह करीब 2 बजे की है, जब गोलीबारी के दौरान वे गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के दौरान उनका निधन हो गया. मुरली नायक का घर आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साईं ज़िले के गोरंटला मंडल के एक आदिवासी गांव 'कल्ली थंडा' में है. वे अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे और पूरा परिवार उन्हीं पर निर्भर था. सेना अधिकारियों ने शुक्रवार सुबह 9 बजे उनके परिवार को उनके शहीद होने की सूचना दी.
अग्निवीर के रूप में सेना में शामिल हुए थे मुरली नायक
मूडवाथ मुरली नायक ने नवंबर 2022 में अग्निवीर योजना के तहत भारतीय सेना में सेवा शुरू की थी. उन्होंने नासिक (महाराष्ट्र) में अपनी ट्रेनिंग पूरी की थी और भारतीय सेना की उत्तरी कमान की 851 लाइट रेजीमेंट में नियुक्त थे.
पिता का दर्द "अब हम अनाथ हो गए"
शहीद मुरली के पिता श्रीराम नायक ने एक स्थानीय समाचार चैनल से बात करते हुए कहा, "मेरा बेटा देश के लिए शहीद हुआ. उसने देश के लिए लड़ाई लड़ी. हमें इस बात का दुख है कि वह मेरा इकलौता बेटा था. हम उसी पर निर्भर थे, अब हमारा सहारा चला गया. अब हम अनाथ हो गए हैं." उन्होंने कहा कि उन्होंने जो भी बलिदान दिया, वो देश के लिए था और अब जो भी निर्णय होगा, वह सरकार पर निर्भर है.
आंध्र प्रदेश सरकार ने शहीद के परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है. राज्य की हथकरघा मंत्री एस. सविता ने घोषणा की है कि गोरंटला मंडल के केंद्र में मुरली नायक की मूर्ति स्थापित की जाएगी, ताकि उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाए.
राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद मुरली नायक को मेरी श्रद्धांजलि. उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. राज्य सरकार इस कठिन समय में उनके परिवार के साथ खड़ी है."