नई दिल्ली: पूरा देश आज 73वां स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2019) मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने दिल्ली में ऐतिहासिक लालकिले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया और राष्ट्र को संबोधित कर विकास का नारा दोहराया. वहीं पाकिस्तान (Pakistan) के इस्लामाबाद में स्थित भारतीय उच्चायोग ने भी तिरंगा फहराकर आजादी का जश्न मनाया.
पाकिस्तान में इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास में भी भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया गया. भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया (Ajay Bisaria) की गैरमौजूदगी में उच्चायोग के अधिकारी गौरव अहलूवालिया (Gaurav Ahluwalia) ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संदेश को पढ़ा. इस दौरान वहां बड़ी संख्या में भारतीय भी मौजूद थे.
विदेश मंत्रालय ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि इस अवसर पर देश और विदेश में भारतीयों ने गर्मजोशी के साथ आजादी का जश्न मनाया है और खुद को राष्ट्र की सेवा और बलिदान के लिए समर्पित किया.
तिरंगे की रोशनी से सजा भारतीय दूतावास-
Resplendent in the colours of the Tiranga, the High Commission of India in Pakistan quietly awaits the dawn of 15 August 2019 when it will burst into celebration of the 73rd #IndependenceDay. Jai Hind! @AjayBis @MEAIndia pic.twitter.com/O9ZGPSvuWX
— India in Pakistan (@IndiainPakistan) August 14, 2019
पाकिस्तान की धरती पर लहराता तिरंगा-
The 73rd #IndependanceDay of India was celebrated with great enthusiasm at the High Commission of India in Pakistan. Chargé d'affaires Gaurav Ahluwalia unfurled the National Flag and read out the President's message. @ajaybis @DrSJaishankar @MEAIndia @PMOIndia pic.twitter.com/zBIH3yz1kw
— India in Pakistan (@IndiainPakistan) August 15, 2019
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गौरतलब है कि पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया देश वापस आ गए हैं. केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने राजनयिक संबंधों के स्तर को घटाते हुए बिसारिया को निष्कासित कर दिया था.
सूत्रों ने बताया कि बिसारिया दिल्ली वापस आ गए हैं क्योंकि पाकिस्तान ने राजनयिक संबंधों के स्तर को घटाने के फैसले पर फिर विचार करने के भारत के आग्रह को अनसुना कर दिया. पाकिस्तान यह स्पष्ट कर चुका है कि वह अपने नवनियुक्त उच्चायुक्त मोइन उल हक को नयी दिल्ली नहीं भेजेगा.