सेना ने पेश की इंसानियत की मिसाल, POK से बहकर आए बच्चे के शव को तुरंत पाकिस्तान को सौंपा, प्रोटोकॉल की नहीं की परवाह

भारतीय सेना हर मोर्चे पर दुश्मनों को लोहा मनवाती है. लेकिन इस बार हमारी सेना ने एक बार फिर से इंसानियत की मिसाल पेश की है. दरअसल पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) से बहकर आए सात वर्षीय लड़के का शव ना केवल सेना ने निकाला, बल्कि प्रोटोकॉल की परवाह किए बिना मासूम का शव पाकिस्तानी सेना को सौंप दिया. जिससे बच्चे का शव जल्द से जल्द उसके माता-पिता तक पहुंच सके.

प्रतीकात्मक तस्वीर (File Photo)

नई दिल्ली: भारतीय सेना (Indian Army) हर मोर्चे पर दुश्मनों को लोहा मनवाती है. लेकिन इस बार हमारी सेना ने एक बार फिर से इंसानियत की मिसाल पेश की है. दरअसल पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) से बहकर आए सात वर्षीय लड़के का शव ना केवल सेना ने निकाला, बल्कि प्रोटोकॉल की परवाह किए बिना मासूम का शव जल्द पाकिस्तानी सेना को सौंप दिया. जिससे बच्चे का शव जल्द से जल्द उसके माता-पिता तक पहुंच सके.

मिली जानकारी के मुताबिक पीओके के गिलगित-बाल्टिस्तान के एक गांव से बहकर आए सात साल के आबिद शेख (Aabid Sheikh) का शव सेना ने बिना समय व्यर्थ किए निकाला. बच्चे का शव बांदीपुरा जिले के गुरेज के किशनगंगा नदी से बरामद किया गया. जिसके तुरंत बाद भारतीय अधिकारियों ने बच्चे का शव पाकिस्तान को सौंपने की प्रक्रिया शुरू की.

बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने गुरेज के अचूरा गांव में भारत और पाकिस्तान के बीच बहने वाली किशनगंगा नदी में एक बच्चे का शव तैरते हुए देखा. जिसके बाद यह जानकारी सेना को दी गई. मौके पर पहुंचे सेना के जवानों ने शव को बाहर निकाला और पहचान करने के बाद पाकिस्तान को हॉटलाइन पर इसकी सूचना दी.

उधर, बच्चे के माता-पिता ने भी भारतीय अधिकारियों से अपने बच्चे के शव को तुरंत वापस करने की अपील की, जिसे मानवीय आधार पर तत्काल मान लिया गया. गुरुवार को स्थानीय लोगों के सहयोग से भारतीय सेना ने बच्चे के शव को पाकिस्तान को सौंप दिया. बताया जा रहा है कि पीओके के मिनिमर्ग का रहने वाला आबिद स्कूल से घर लौटते वक्त लापता हो गया था.

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