नई दिल्ली: भारत ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) की मौजूदगी में टोरंटो में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में खालिस्तान समर्थक नारेबाजी पर सोमवार को कनाडा के उप उच्चायुक्त को तलब कर कड़ा विरोध दर्ज कराया. विदेश मंत्रालय ने कार्यक्रम में नारेबाजी की घटना को ‘‘परेशान करने वाला’’ बताया और कहा कि यह एक बार फिर उस राजनीतिक स्थान को दर्शाता है जो कनाडा में ‘‘अलगाववाद, उग्रवाद और हिंसा’’ को दिया गया है. Read Also: कैसे भारत के मोस्ट वांटेड 20 खूंखार आतंकियों को पाकिस्तानी और कनाडाई धरती पर किया गया सफाया? जानें इसके पीछे किसका हाथ.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की घटना न केवल भारत-कनाडा संबंधों को प्रभावित करती है, बल्कि कनाडा में उसके अपने नागरिकों के लिए हिंसा और अपराध के माहौल को भी बढ़ावा देती है.
कनाडाई PM का खालिस्तानी प्रेम
#BREAKING: Canadian Prime Minister Justin Trudeau smiles as Khalistan Zindabad slogans are raised by radicals in Ontario of Canada. NDP’s Jagmeet Singh says Sikh Genocide needs to be recognised. Canada continues to shelter and sponsor Khalistani separatism and terror. Shame. pic.twitter.com/0f5BN6fTVy
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) April 29, 2024
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘कनाडा के उप उच्चायुक्त को एक कार्यक्रम में खालिस्तान समर्थक नारेबाजी के संबंध में विदेश मंत्रालय में तलब किया गया. इस कार्यक्रम को कनाडा के प्रधानमंत्री ने संबोधित किया था.’’
मंत्रालय ने कहा, ‘‘कार्यक्रम में इस तरह की परेशान करने घटना को अनियंत्रित रूप से जारी रखने की अनुमति दिए जाने पर भारत सरकार ने गहरी चिंता और कड़ी आपत्ति व्यक्त की है.’’ बयान में कहा गया, ‘‘यह एक बार फिर कनाडा में अलगाववाद, उग्रवाद और हिंसा को दी गई राजनीतिक जगह को दर्शाता है.’’ विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की घटना न केवल भारत-कनाडा संबंधों को प्रभावित करती है बल्कि कनाडा में उसके अपने नागरिकों के लिए हिंसा और अपराध के माहौल को भी बढ़ावा देती है.