नई दिल्ली: कश्मीर मुद्दे पर भारत ने एकबार फिर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई है. संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में भारत के पहले सचिव संदीप कुमार बय्यापू ने कहा कि पाकिस्तान को कश्मीर पर बेकार की भाषणबाजी करना छोड़ देना चाहिए. क्योकि जम्मू कश्मीर उसका आंतरिक और अभिन्न हिस्सा है. पाकिस्तान चाहे जितनी भी कोशिश कर ले वह इस हकीकत को नहीं बदल सकता.
पाकिस्तान को राइट टू रिप्लाइ के तहत करारा जवाब देते हुए यूएनजीए में बय्यापू ने कहा कि एक प्रतिनिधिमंडल ने फिर से इस मंच का गलत इस्तेमाल करते हुए कश्मीर के खिलाफ जहर उगला है, जो सही नहीं है. और इस प्रकार का प्रयास वास्तविकता को नहीं बदल सकता.”
No amount of empty rhetoric changes reality. pic.twitter.com/c8R5Y7Cprk
— India at UN, NY (@IndiaUNNewYork) June 26, 2018
बय्यापू यूएनजीए में जाति संहार, युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध की रक्षा और बचाव पर बहस के दौरान बोल रहे थे. इसदौरान उन्होंने इशारों ही इशारों में पाकिस्तान को कश्मीर से दूर रहने की हिदायत भी दें डाली और कहा की भारत के राज्य जम्मू-कश्मीर के खिलाफ कोई भी गलत संदर्भ का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.
ज्ञात हो कि जून के शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र द्वारा कश्मीर और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघन पर एक रिपोर्ट जारी की थी जिसे भारत ने कड़े ऐतराज के बाद खारिज कर दिया. इस रिपोर्ट में यूएन ने इस क्षेत्र में मानवाधिकार उल्लंघनों की अंतरराष्ट्रीय जांच कराने की मांग की हैं. जिसकी आड़ लेकर पाकिस्तान ने भी कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन पर भारत को कोसा था.
इससे पहले भी कई बार पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में बिना किसी वजह के कश्मीर राग अलापा है. पिछले साल महासभा में उच्चस्तरीय बैठक के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने कश्मीर का मुद्दा उठाया था, लेकिन सभी 192 देशों ने इस मुद्दे की उपेक्षा कर दी थी.
वहीं पिछले साल सितम्बर में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान की तबाही, मौत और अमानवीयता के दुनिया के सबसे बड़े निर्यातक के रूप में निंदा की थी. उन्होंने कहा था कि इस्लामाबाद केवल हमारे साथ लड़ने में लगा है और उसने शांति और वार्ता को खारिज किया है.