प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (Crown Prince Mohammed bin Salman) ने बुधवार को साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने आतंकवाद (Terrorism) के मसले पर कहा कि हम भारत (India) के साथ हर तरह का सहयोग करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कहा कि हम इंटेलिजेंस से लेकर अन्य चीजों तक के लिए आपका साथ देने को तैयार हैं. इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि पिछले हफ्ते पुलवामा (Pulwama) में हुआ बर्बर आतंकवादी हमला, इस मानवता विरोधी खतरे से दुनिया पर छाए कहर की एक और क्रूर निशानी है. इस खतरे से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद को किसी भी प्रकार का समर्थन दे रहे देशों पर सभी संभव दबाव बढ़ाने की आवश्यकता है.
Saudi Arabia Crown Prince Mohammed bin Salman: Extremism & terrorism are our common concerns.We would like to tell our friend India that we'll cooperate on all fronts, be it intelligence sharing. We'll work with everyone to ensure a brighter future for our upcoming generations. pic.twitter.com/io5oIvFzTX
— ANI (@ANI) February 20, 2019
PM Modi: Pulwama mein hua barbar hamla duniya par chhai khatre ki nishani hai, hum is baat par sahmat hain ki atankwaad ko samarthan dene waale deshon pe sambhav dabav banane ki avyashkata hai #IndiaSaudiArabia pic.twitter.com/MmSprEgg1J
— ANI (@ANI) February 20, 2019
उन्होंने कहा कि आतंकवाद का इंफ्रास्ट्रक्चर नष्ट करना और इसको समर्थन समाप्त करना और आतंकवादियों और उनके समर्थकों को सजा दिलाना बहुत जरूरी है. साथ ही अतिवाद के खिलाफ सहयोग और इसके लिए एक मजबूत कार्ययोजना की भी जरूरत है, ताकि हिंसा और आतंक की ताकतें हमारे युवाओं को गुमराह न कर सकें. मुझे खुशी है कि सऊदी अरब और भारत इस बारे में साझा विचार रखते हैं. यह भी पढे़ें- सऊदी अरब के प्रिंस सलमान ने कहा- मोदी जी मेरे बड़े भाई और मैं छोटा भाई, की जमकर तारीफ
पीएम मोदी ने कहा कि पश्चिम एशिया और खाड़ी में शांति और स्थिरता सुनिचित करने में हमारे दोनों देशों के साझा हित हैं. आज हमारी बातचीत में, इस क्षेत्र में हमारे कार्यों में तालमेल लाने और हमारी भागीदारी को तेजी से आगे बढ़ाने पर सहमति हुई है. हम इस बात पर भी सहमत हुए हैं कि काउंटर टेररिज्म, समुद्री सुरक्षा और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में और मजबूत द्विपक्षीय सहयोग दोनों देशों के लिए लाभप्रद रहेंगे.