नई दिल्ली: देश में इस वक्त सबसे ज्यादा देश के नाम को लेकर ही हो रही है. यह चर्चा शुरू हुई राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निमंत्रण पत्र से. दरअसल G20 समिट के लिए 9 सितंबर को होने वाले डिजर के लिए जो निमंत्रण पत्र राष्ट्रपति भवन की तरफ से भेजा गया है उसमें प्रेसिडेंट ऑफ भारत शब्द का इस्तेमाल किया गया है. इसी कड़ी में में प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत शब्द भी जुड़ गया है. इंडोनेशिया में आगामी 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन (20th ASEAN-India summit) के एक आधिकारिक नोट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए 'Prime Minister Of Bharat' लिखा गया है. INDIA to be renamed BHARAT: इंडिया या भारत? सुप्रीम कोर्ट में पहले भी हो चुकी है देश के नाम पर बहस.
पीएम मोदी को 'प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत' संबोधित किए जाने पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से भेजे गए G20 रात्रिभोज के निमंत्रण पर 'प्रेसीडेंट ऑफ भारत' लिखा होने का मुद्दा कई विपक्षी दलों ने उठाया. विपक्ष ने कहा कि इस पर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा है. विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि सरकार ‘इंडिया’ शब्द हटाने की योजना बना रही है और देश का नाम केवल भारत रहेगा. कांग्रेस ने दावा किया कि 'इंडिया' गठबंधन से नफरत और डर की वजह से सरकार देश का नाम बदलने में जुटी है.
यहां देखें PHOTO:
BREAKING: 🇮🇳 Narendra Modi titled as the 'Prime Minister of Bharat' pic.twitter.com/j8sLjR6rWD
— The Spectator Index (@spectatorindex) September 5, 2023
संबित पात्रा की ओर से पोस्ट किए गए पत्र में प्राइम मिनिस्टर ऑफ इंडिया की जगह प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत लिखा गया है. इसपर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने निशाना साधते हुए कहा, ''देखिए मोदी सरकार कितनी कन्फ्यूज है! 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में द प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत. यह सब ड्रामा सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि विपक्ष एकजुट हो गया और उसने खुद को INDIA बताया.''