म्यांमार के जुंटा विरोधी समूहों और सरकारी बलों के बीच बढ़ती शत्रुता के मद्देनजर भारत ने मंगलवार को अपने नागरिकों से पड़ोसी देश की गैर-जरूरी यात्रा से बचने के लिए कहा और वहां रहने वाले भारतीयों को यांगून में दूतावास के साथ पंजीकरण कराने की सलाह दी. 2021 में म्यांमार में मौजूदा संघर्ष शुरू होने के बाद से बड़ी संख्या में पड़ोसी देश के नागरिकों ने भारत में शरण ली है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, म्यांमार में पिछले महीने से तेज हुई लड़ाई के कारण करीब 90,000 लोग विस्थापित हुए हैं.
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एडवाइजरी में कहा गया है, ''म्यांमार में उभरती सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर, सभी भारतीय नागरिकों को गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है. जो लोग पहले से ही म्यांमार में रह रहे हैं उन्हें सावधानी बरतने और हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों की यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है. सड़क मार्ग से अंतर-राज्यीय यात्रा से भी बचें.''
Advisory for Indian nationals in Myanmar:https://t.co/oUQxjHz3K3 pic.twitter.com/YkT69hFUwF
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) November 21, 2023
विदेश मंत्रालय ने म्यांमार में रहने वाले भारतीय नागरिकों को यांगून में भारतीय दूतावास में पंजीकरण कराने के लिए भी कहा है.