'Renewable Energy' के मामले में भारत दुनिया की चौथी बड़ी ताकत : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कच्छ की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आज दुनिया के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा पार्क का वर्चुअल तरीके से भूमि पूजन किया. दुनिया भर के पर्यावरणविद इस ऊर्जा पार्क को मील का पत्थर मान रहे हैं और आने वाले समय में यह भारत सरकार की बड़ी उपलब्धियों में से एक होगा

पीएम मोदी (Photo Credits: ANI/File)

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने कच्छ (Kutch) की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आज दुनिया के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा पार्क का वर्चुअल तरीके से भूमि पूजन किया. दुनिया भर के पर्यावरणविद इस ऊर्जा पार्क को मील का पत्थर मान रहे हैं और आने वाले समय में यह भारत सरकार की बड़ी उपलब्धियों में से एक होगा. हाइब्रिड पार्क के शिलान्‍यास के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत 'Renewable Energy' के मामले में दुनिया की चौथी बड़ी ताकत है और बहुत तेजी से अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में विस्तार हो रहा है. इस मौके पर पीएम मोदी ने कच्छ में विभिन्न प्रतिनिधि समूहों से भी मुलाकात की और उनके साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.

 

प्रधानमंत्री कार्यक्रम के लिए धोर्डो टेंट सिटी से 500 मीटर दूर 500 लोगों की क्षमता वाले एक विशाल पंडाल में पहुंचे. यहीं से प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य की तीन बड़ी परियोजनाओं का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भूमि पूजन किया. इन योजनाओं में से एक कच्छ की सीमा पर दुनिया का सबसे बड़ा सौर पार्क बनाया जाना है.

यह भी पढ़े:  Kerala: देश की पहली सोलर एनर्जी से चलने वाली ट्रेन हुई शुरू, यहां पढ़ें कितने में हुआ बनकर तैयार

30,000 मेगावाट के हाइब्रिड पार्क की निर्माण योजना

आप को बता दें कि यहां 30,000 मेगावाट के हाइब्रिड पार्क का निर्माण किया जाना है, जिसमें 9,500 मेगावाट की सबसे बड़ी सौर और पवन परियोजना को धरातल पर उतारा जायेगा. इसके तैयार होने से न केवल गुजरात बल्कि भारत में भी सौर ऊर्जा का लक्ष्य पूरा करने में मदद मिलेगी. इस पार्क के तैयार होने से 1.35 लाख करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद है. उल्लेखनीय है कि पेरिस जलवायु समझौते की शर्तों को पूरा करने के लिए भारत सरकार ने 2022 तक 175 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन करने का लक्ष्य रखा है. गुजरात सरकार स्वयं नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. वर्तमान में राज्य के पास बिजली उत्पादन क्षमता के 30,500 मेगावाट के मुकाबले 11,264 मेगावाट अक्षय ऊर्जा है.

नवीकरणीय ऊर्जा का महत्व

दरअसल, मोदी सरकार का विजन है कि प्राकृतिक संसाधनों का भरपूर प्रयोग कर देश में नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन बढ़ाया जाये. नवीकरणीय ऊर्जा प्राकृतिक स्रोतों पर निर्भर करती है. इसमें सौर ऊर्जा, भू-तापीय ऊर्जा, पवन, ज्वार, जल और बायोमास के विभिन्न प्रकारों को शामिल किया जाता है. सबसे खास बात यह है कि यह कभी भी समाप्त नहीं हो सकती है. यह न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं बल्कि इनके साथ कई प्रकार के आर्थिक लाभ भी जुड़े होते हैं.

यह भी पढ़े: भारत को निवेश की आकर्षक जगह बनाने में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे: मोदी

पीएम मोदी के संबोधन के अंश

 

- आज कच्छ ने न्यू एज टेक्नोलॉजी और न्यू एज इकोनॉमी, दोनों ही दिशा में बहुत बड़ा कदम उठाया है.

- खावड़ा में Renewable Energy पार्क हो, मांडवी (Mandvi) में Desalinisation Plant हो, और अंजार में सरहद डेहरी के नए ऑटोमैटिक प्लांट का शिलान्यास, तीनों ही कच्छ की विकास यात्रा में नए आयाम लिखने वाले हैं.

- इसका बहुत बड़ा लाभ यहां के मेरे आदिवासी भाई-बहनों, यहां के किसानों-पशुपालकों, सामान्य जनों को होने वाला है.

- आज कच्छ देश के सबसे तेज़ी से विकसित होते क्षेत्रों में से एक है. यहां की कनेक्टिविटी दिनों दिन बेहतर हो रही है.

- जो कच्छ कभी वीरान रहता था, वहीं कच्छ देश और दुनिया के पर्यटकों का प्रमुख केंद्र बन रहा है. कच्छ का सफेद रण, कच्छ का रणोत्सव पूरी दुनिया को आकर्षित करता है. औसतन 4-5  लाख टूरिस्ट रणोत्सव के दौरान आते हैं.

- भूकंप के बाद कच्छ में जो विकास हुआ है, वह एक शोध का विषय है.

- आज गुजरात (Gujarat) उन राज्यों में से है जहां 24 घंटे बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की जाती है, ये बदलाव गुजरात के अथक परिश्रमी लोगों के कारण संभव हुआ.

- आज भारत अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में दुनिया की चौथी बड़ी ताकत है, इस क्षेत्र में भारत की क्षमता में 16 गुना वृद्धि दर्ज हुई है.

- जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भारत दुनिया का नेतृत्व कर रहा है, कच्छ के लोगों ने जल संरक्षण को जन-आंदोलन में बदला.

- गुजरात में नहरों का जो जाल बिछाया गया उसका फायदा करोड़ों लोगों को हुआ, गुजरात के 80 फीसदी से अधिक घरों में नल द्वारा जल की व्यवस्था है.

Share Now

\